Desh ka mahaul theek nahin देश का माहौल ठीक नहीं है; मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे किसी अन्य देश में ही रह कर अपना जीवन यापन करें.आरजेडी के सीनियर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (RJD leader Abdul Bari Siddiqui) के बयान पर बवाल मचने के बाद उन्होंने सॉरी कहते हुए कहा कि मेरा उदेश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था. मेरे बयान से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची हो तो उन्हें सॉरी कहता हूं. दरअसल, अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर बिहार में सियासी बवाल मच गया था. हालांकि जदयू ने उनका समर्थन किया था. लेकिन, बीजेपी ने इस मुद्दे पर अब्दुल बारी सिद्दीकी को कठघेरे में खड़ा करते हुए उन्हें भी विदेश जाने की सलाह दिया था.
अब्दुल बारी सिद्दीकी- 'देश का माहौल ठीक नहीं; देश के बाहर ही रहें’ बयान पर बिहाम में मचा बवाल, देखिए वीडियो आखिर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा क्या है… pic.twitter.com/Zga5pl3BbM
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) December 23, 2022
दरअसल,कुछ दिन पहले राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि देश में माहौल ठीक नहीं है.मेरे बच्चे बाहर में रहते हैं,बाहर में ही नौकरी करते हैं और मैं अपने बच्चों को कहा है कि वे वहीं रह जाएं, वहीं की ही नागरिकता ले लें. अब हिन्दुस्तान के माहौल आप लोग झेल नहीं पाएंगे.” राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के इस बयान के बाद बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई.जदयू ने भी उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि देश की स्थिति अब किसी से छिपी नहीं है. बीजेपी अपनी जीत के लिए क्या सब कुछ कर रही है, किसी से छिपा नहीं है.
कांग्रेस ने तो आरजेडी नेता का समर्थन किया लेकिन साथ में सलाह देना नहीं छोड़ी. कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी कहते हैं कि यह सच है कि देश का माहौल खराब किया जा रहा है.सांप्रदायिक आधार पर समाज में विभाजन की रेखा खींची जा चुकी है.इसका यह मतलब नहीं कि हम पलायनवादी हो जाएं.देश के जिम्मेदार नागरिकों की यह जिम्मेदारी है कि वो इस माहौल को बदलने के लिए आगे आएं.सांप्रदायिक शक्तियों से लड़ें और अपनी मातृभूमि की रक्षा करें.
इधर, राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर बीजेपी ने उनपर हमला बोलते हुए कहा कि राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को जिस देश में माहौल ठीक लगे वहां चले जाना चाहिए. जाने का खर्च मैं दे दूंगा.पार्टी के सीनियर नेता रामसूरत राय ने ट्वीट कर लिखा है- “जिस देश ने इन्हें पद, पहचान, पैसा और प्रतिष्ठा दी उसी देश में इन्हें माहौल ठीक नहीं लग रहा है,तो फिर अब्दुल बारी सिद्दीकी को जिस देश का माहौल ठीक लगता है वो उस देश में चले जाएं. हां उनको वोट भी यहां नहीं मांगना चाहिए और न ही चुनाव लड़ना चाहिए”. राम सूरत राय ने आगे कहा कि ऐसे देश विरोधी बयान के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें भी दूसरे देश की नागरिकता ले लेनी चाहिए.
लोजपा रामविलास के प्रवक्ता विनित सिंह कहा कि बिहार और देश ने उनको इतना कुछ दिया है फिर भी वो ऐसा बोल रहे हैं.वर्षो तक सत्ता का सुख लेने के बाद राजनीतिक जीवन के अंतिम समय में इस प्रकार का बयान केवल जनता को गुमराह करने वाला है.इधर, पटना सिटी के प्रो. फजल अहमद कहते हैं कि अब्दुल बारी सिद्दीकी का बयान उनकी व्यक्तिगत सोच को दर्शाता है.जिस देश ने सिद्दिकी जी को इतना कुछ दिया, उसके बारे में वो ऐसा सोचते हैं.यह मेरी समझ से परे है.प्रो फजल अहमद ने कहा कि मुसलमानों के लिए हिन्दुस्तान से अच्छा दूसरा और कोई देश नहीं हो सकता.