Agra News: पेट की आग इंसान से क्या नहीं करवाती. जी हां आगरा में एक शख्स ऐसा है जो अपने परिवार के भरण पोषण के लिए बेहद अनूठे काम को अंजाम देता है. ये व्यक्ति ट्रांसपोर्ट की बसों की छत पर हर तरह के दुपहिया वाहन को अपने सर पर लादकर चढ़ा देता है. और इसकी एवज़ में मजदूरी लेता है. इस व्यक्ति की मानें तो ये काम वह कई वर्षों से कर रहा है, और इस दौरान इस व्यक्ति ने तमाम तरह के दुपहिया वाहनों को जान जोखिम में डालकर सर पर लादकर बसों और अन्य वाहनों पर चढ़ाया है.
इस व्यक्ति की मानें तो ये काम वह कई वर्षों से कर रहा है, और इस दौरान इस व्यक्ति ने तमाम तरह के दुपहिया वाहनों को जान जोखिम में डालकर सर पर लादकर बसों और अन्य वाहनों पर चढ़ाया है.
आगरा के रहने वाले बबलू ने बताया कि उसने काम ढूंढने की कई बार कोशिश की, लेकिन उसे कोई भी काम नहीं मिला. जिसके चलते उसने अब यह काम करना शुरू कर दिया. उसने बताया कि 25 साल से वह यही काम कर रहा है. अब तक वह तमाम दोपहिया वाहनों को अपने सर पर रख कर बस पर चढ़ा चुका है.
बबलू का कहना है कि चाहे मोपेड हो, हीरो हौंडा स्प्लेंडर हो, एक्टिवा हो या भारी दोपहिया वाहन बुलट हो वह सब मिनटों में अपने सर पर रख कर बस के ऊपर चढ़ा देता है, और इसमें उसे कोई भी परेशानी भी नहीं होती है.
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बबलू बस की छतों पर इस तरह से दो पहिया वाहन चढ़ाने के लिए किसी भी तरह से रस्सी या अन्य किसी मदद का प्रयोग नहीं करता. वह सिर पर एक कपड़ा रखता है. बाइक के निचले हिस्से अपने सर पर रखता है, और हाथों से बाइक पकड़कर बस के ऊपर चढ़ना शुरू कर देता है. वहीं बबलू यह किसी पाथ वे नहीं बल्कि सीढ़ी पर चढ़कर करता है. और सीढ़ी भी लोहे की नहीं बल्कि लकड़ी की होती है जिसके कभी भी टूटने का अंदेशा रहता है.