झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र का चौथा दिन भी हंगामे के साथ शुरू हुआ. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही बीजेपी के विधायक धरने पर बैठ गये. कांके से बीजेपी विधायक समरी लाल रिम्स की बदहाल व्यवस्था को लेकर विधासभा के बाहर धरने पर बैठ गये थे. लेकिन जब प्रश्नकाल शुरू हुआ तो अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने उन्हें ससम्मान सदन में बुलाने का आग्रह किया.
रिम्स की बदहाली के अलावा धर्मातरण समेत बिजली संकट का मुद्दा भी सदन में गरमाया. इस दौरान बीजेपी विधायकों ने सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने झारखंड में हो रहे धर्मांतरण का मामला उठाया. तो वहीं विधायक दीपक बीरूआ ने झारखंड के स्कूली बच्चों से जुड़े मामले को प्रमुखता से उठाया. जिस पर विधायक चंपई सोरेन ने जल्द उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया.
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पूर्व मंत्री व भावनाथपुर विधायक भानू प्रताप शाही ने नदियों पर बढ़ते अतिक्रमण के मामले को उठाया. जिस पर मंत्री मिथलेश ठाकुर ने विभिन्न जिलों के उपायुक्त के साथ तालमेल बैठाकर अतिक्रमण मुक्त करने का भरोसा दिलाया. जिसके बाद भानू प्रताप शाही ने मांग की कि इसके लिए स्पेशल कमेटी का गठन किया जाए.
जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने जामताड़ा शहर में स्थित पशु चिकित्सालय व कार्यालय की जर्जर व्यवस्था की ओर सरकार का ध्यान अकृष्ट कराया. जिस पर मंत्री बादल पत्रलेख ने आश्वस्त किया कि इस वित्तीय वर्ष में काम शुरू करा दिया जाएगा.
भाजपा से खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुडा ने सरकार से सवाल पूछा कि खूंटी में पुल का प्रक्कलन कब तक तैयार हो जाएगा. जिसके जवाब में मंत्री मिथलेश ठाकुर ने आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द विभाग इस दिशा में कार्य शुरू कर देगा.
माले विधायक विनोद सिंह ने राज्य की भाषा, संस्कृति के संरक्षण पर जोर दिया. तो वहीं नरायण दास ने कहा कि देवघर का त्रिकूट रोपवे बंद है. इससे रोजगार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इसे फिर से शुरू किया जाए. तो वहीं खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने आदिवासी जमीन की लूट व जीएम लैंड पर अतिक्रमण का मुद्दा उठाया.