Bihar News: बिहार में एक जज ने मानवता की ऐसी मिशाल पेश की है जिसकी चर्चा आज हर जगह हो रही है. बीमार और वृद्ध महिला के पास ही जब न्यायालय चलकर आया और वहीं पर पूरी कार्यवाही चली तो सबने जज की तारीफ की. ये वाक्या मुजफ्फरपुर के अदालत का है और सुनवाई 11 साल पुराने एक सड़क दुर्घटना से जुड़े मामले का था.
सड़क दुर्घटना के एक मामले में दावा वाद की सुनवाई कर रहे एडीजे -12 डॉ. दिनेश कुमार प्रधान ने मंगलवार को मिशाल पेश की. पेशी के दौरान वकील ने बताया कि उनका बुजुर्ग गवाह काफी बीमार है और वह इस बिल्डिंग के तीसरे मंजिल तक आने में असमर्थ है. इतना सुनते ही एडीजे खुद नीचे आए और उस भवन के पोर्टिको में अपने लिपिक के साथ पहुंच गये. जज ने वहीं पर इजलास लगाकर बीमार रामनरेश सिंह की गवाही दर्ज की.
बीमार गवाह रामनरेश सिंह करजा थाना के नरसिंह नंदन सिंह विद्यालय के सचिव हैं. गवाही में उन्होंने बताया कि उसी स्कूल में पिंकी देवी बतौर सहायक शिक्षिका के पद पर थीं. मृतका को 45 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता था. 16 सितंबर 2011 को एक सड़क हादसे में उनकी मृत्यु हो गयी.
Also Read: BPSC प्री और मुख्य परीक्षा में बदलाव यहां समझिये, तुक्का मारने से होगा नुकसान, मेन्स में सबसे बड़ा चेंज
बता दें कि सड़क हादसे का मामला 11 साल पुराना था. सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर चौक के पास स्टेट बैंक के करीब 16 सितंबर 2011 को सड़क हादसा हुआ था. शिक्षिका पिंकी देवी अपने पति संजीव कुमार सिंह के साथ समस्तीपुर जा रही थी. तभी एक टैंकर लेकर उसका चालक तेज गति से आया और पिंकी देवी के मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी. जिस हादसे में पिंकी देवी की मौत हो गयी थी. पति संजीव सिंह ने मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने 30 मई 2012 को चालक के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था.
Posted By: Thakur Shaktilochan