Agra News: आगरा के कमला नगर थाने में एक विदेशी तोते को लेकर दो पक्षों की घंटों तक पंचायत चली. इस दौरान तोता पुलिसकर्मियों की कस्टडी में रहा. अंत में पंचायत का फैसला यह हुआ कि तोता अपने आप जिसके भी साथ रहना चाहेगा वह रहेगा और उसी को सुपुर्द कर दिया जाएगा. दोनों पक्षों को सामने बिठाया गया. इसके बाद तोते ने अपने पक्ष के लोगों को मम्मी-पापा कहकर संबोधित किया. इसके बाद पुलिस ने तोता उनके सुपुर्द कर दिया है. थाने में चली पंचायत जिले में चर्चा का विषय बन गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बलकेश्वर के परिवार को एक व्यक्ति ने विदेशी तोता दिया था. तीन साल से वह परिवार इस तोते को पाल रहा था. जिस व्यक्ति ने तोता दिया था उसे किसी ने लालच दिया कि अगर तुम मुझे तोता वापस दिला दो तो मैं तुम्हें 60 हजार रुपए दूंगा. इससे उस व्यक्ति के मन में लालच आ गया और वह उस परिवार से तोता वापस मांगने पहुंच गया, लेकिन तोता पालने वाले परिवार ने मना कर दिया कि वह तोता नहीं देंगे और कोई भी पैसा नहीं लेंगे.
उन्होंने कहा कि हम 3 साल से इसे पाल रहे हैं और अब यह हमारे परिवार का सदस्य है. तोता वापस लेने को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया. जिसके बाद घटना की जानकारी क्षेत्रीय पुलिस को मिली तो पुलिस दोनों पक्षों को और तोते को अपने साथ थाना कमला नगर ले आई, और मामले में आगे की पूछताछ शुरू की.
तोते के मालिकाना हक को लेकर काफी देर तक थाना कमला नगर में पंचायत चलती रही. जिसमें तय हुआ कि तोता जिस पक्ष को पहचान लेगा, उसी के साथ से भेज दिया जाएगा. ऐसे में तोते ने तीन साल से उसे पाल रहे दंपति को पहचान लिया और मम्मी-पापा कहने लगा, जिसके बाद पुलिस ने तोते को उनके सुपुर्द कर दिया.