दरभंगा. समाज और कानून दोनों बदल चुके हैं, लेकिन यह बात दरभंगा के मो वकार को शायद याद न रहा. उसने अपनी पत्नी को तीन तलाक दे डाला. प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में बने तीन तलाक कानून आने के बाद दरभंगा जिले में पहली बार किसी शौहर को इस कानून के तहत आरोपित बनाया गया है और तीन तलाक देने के जुल्म में जेल भेजा गया है. मामला केवटी थाना क्षेत्र के औसी गांव का है. इधर, समाज में इसे मुस्लिम महिलाओं में बढ़े आत्मबल के रूप में देखा जा रहा है. लोग महिला के इस कदम की तरीफ कर रहे हैं.
औसी गांव निवासी वकार सलाम की पत्नी ने अपने पति पर व्हाट्सएप के माध्यम से तीन तलाक देने की शिकायत की है. उसने दरभंगा स्थित महिला थाने में इस बात की शिकायत दर्ज की है. लिखित शिकायत मिलने के बाद महिला थाने की पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने पीड़िता के पति को लहेरियासराय थाना क्षेत्र के स्वीट होम चौक के पास से गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट में पेशी के बाद आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
जानकारी के अनुसार फातिमा रहमानी की ओर से महिला थाने में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि 5 दिसंबर की शाम उसके पति वकार सलाम ने उसे व्हाट्सएप पर तीन तलाक दे दिया. इसके बाद उसने इस बात की शिकायत अपने परिजन से की. परिवार वालों ने इस मामले की मध्यस्था करने की कोशिश की, लेकिन किसी प्रकार का फायदा नहीं हुआ. वहीं पीड़िता ने आवेदन में आरोप लगाया कि उनके ससुराल वाले दहेज की मांग कर रहे हैं. नहीं देने पर मारपीट और यातना देते थे, लेकिन वकार ने उस दिन तीन तलाक तक दे डाला.
पुलिस के गिरफ्त में आये मो. वकार सलाम ने अपनी पत्नी की ओर से लगाये गये सारे इल्जाम को बेबुनियाद करार दिया है. पुलिस के आगे गिड़गिराते हुए वकार ने पूरे मामले को गलत बताया. उसने कहा कि उनकी पत्नी ने जो इल्जाम लगाया गया है, वो सब गलत है. मैं आज भी अपनी पत्नी को अपने साथ रखने को तैयार हूं, लेकिन वह खुद मेरे साथ नहीं रहना चाह रही है. वही उन्होंने बताया कि अपनी पत्नी को तीन तलाक नहीं दिया है और आज भी मैं अपनी पत्नी को साथ में रखने के लिए तैयार हूं.