रांची विवि विद्यार्थियों की सुविधा के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीसएसी) खोलनेवाला देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है. कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बुधवार को केंद्रीय एजेंसी सीएससी एसपीवी के साथ एमओयू किया गया. इस पर विवि की ओर से रजिस्ट्रार डॉ मुकुंद चंद्र मेहता और सीएससी एसपीवी की ओर से वीपी सार्थिक सचदेवा ने हस्ताक्षर किये. एमओयू के बाद विवि में तीन कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) का उदघाटन भी किया गया. ये विवि मुख्यालय सहित मोरहाबादी के डाटा सेंटर परिसर और बेसिक साइंस परिसर में खोले गये हैं.
वीसी ने बताया कि एक माह के अंदर रांची विवि से संबद्ध 91 अंगीभूत, संबद्ध, अल्पसंख्यक, नर्सिंग और बीएड आदि कॉलेज व संस्थान में भी सेंटर खोले जायेंगे. सेंटर के खुलने से विद्यार्थियों को नामांकन और परीक्षा फॉर्म आदि के लिए साइबर कैफे नहीं दौड़ना होगा. इसी सेंटर से वह न्यूनतम खर्च में कैंपस में ही फॉर्म भर सकेंगे. कुलपति ने कहा कि विद्यार्थियों को शीघ्र ही ऑनलाइन एडमिट कार्ड, प्रोविजनल सर्टिफिकेट, मार्क्स शीट, माइग्रेशन आदि घर बैठे मिल जायेंगे. वह अपना रिजल्ट भी देख सकेंगे. शीघ्र ही डिजिलॉकर की सुविधा भी मिलने लगेगी.
वीसी ने कहा कि इस एमओयू के तहत आइआइटी बांबे, आइबीएम व आइडीइइडी राजस्थान के सहयोग से कई स्किल्स सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा कोर्स 300 से 3300 रुपये में व नि:शुल्क किया जा सकेगा.