अगले साल फरवरी में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने जा रहा है. महानगर की पहचान ट्राम के 150 साल पूरे होने का जश्न मनाया जायेगा और कोशिश की जायेगी कि परिवहन के इस साधन का नवीनीकरण कर इसे फिर से सड़कों पर उतारा जाये, ताकि यह विलुप्त न हो. कलकत्ता ट्राम उपयोगकर्ता संघ के महासचिव और ट्रामयात्रा-23 के रचनात्मक निर्देशक व फिल्म निर्माता महादेब शी ने बताया कि फरवरी 2023 में एक सप्ताह तक ‘ट्राम यात्रा’ आयोजित की जायेगी. यह प्रयास ट्राम प्रेमियों, कलाकारों व पर्यावरणविद समुदायों के सहयोग से साकार होने जा रहा है. यह कार्यक्रम एक सप्ताह तक जारी रहेगा.
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यह हरित गतिशीलता और कोलकाता की ट्राम विरासत पर ध्यान देने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और सतत् विकास उद्देश्यों के बारे में लोगों, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को शिक्षित करने की कोशिश होगी. उन्होंने बताया कि ‘ट्राम यात्रा,’ एक चलता-फिरता ट्राम कार्निवाल है, जिसे 1996 में मेलबोर्न और कोलकाता के उत्साही लोगों द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया गया था. उस समय, कोलकाता, एकमात्र भारतीय शहर था, जहां ट्राम चलती थी. लगभग दो दर्जन रूट से होकर गुजरती थी. आज यह संख्या घटकर केवल दो रह गयी है, इसलिए, 2023 का आयोजन ट्राम को संरक्षित करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को प्रभावित करने के बारे में होगा.
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उल्लेखनीय है कि 2023 की ट्राम यात्रा की थीम हेरिटेज, क्लीन एयर और ग्रीन मोबिलिटी होगी. 24 फरवरी से शुरू होने वाले इस समारोह के लिए तीन ट्रामों को रंगा जायेगा. पहला प्रारंभिक वर्षों में उपयोग किये जाने वाले ऐतिहासिक ट्रामों में से एक जैसा दिखेगा. दूसरा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न खतरों और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर देगा. तीसरा दुनिया के एक अलग क्षेत्र में एक समकालीन ट्राम का चित्रण करेगा. पांच दिनों तक ये ट्राम कलाकृति प्रदर्शित करती हुईं महानगर भर में घूमेंगी. चलती ट्राम में युवा संगीतमय और नाट्य प्रस्तुतियां देंगे.
इस आयोजन के मुख्य आकर्षणों में से एक मेलबोर्न के एक सेवानिवृत्त ट्राम कंडक्टर रॉबर्टो डी एंड्रिया हैं, जो इस उत्सव के डायरेक्टर भी हैं. इसमें जर्मनी के 25 प्रतिनिधियों भी भाग लेंगे. ट्राम यात्रा के चार मुख्य स्लोगन होंगे : लव द ट्राम, पृथ्वी को बचाओ, ट्राम कोलकाता के भविष्य हैं और आइये ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए मिल कर काम करें हैं. महानगर में सार्वजनिक परिवहन के साधन के रूप में ट्राम की प्रासंगिकता पर बल देते हुए एक श्वेत पत्र जारी करेंगे.
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