मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार में आये फरियादियों के काम नहीं होने और उनके दोबारा आने को गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के कामकाज पर नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ी फटकार लगायी. सोमवार को जनता दरबार में आये कई फरियादियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह दोबारा आये हैं. पहली बार भी काम होने का आश्वासन मिला था, लेकिन हो नहीं पाया. अब मजबूरी वश दोबारा आना पड़ रहा है. दो-तीन ऐसे मामले आने पर मुख्यमंत्री ने सीएम सचिवालय के अधिकारियों को ऐसे फरियादियों के मामले की सूची बनाने को कहा. उन्होंने संबंधित विभाग के अपर मुख्य सचिव से पूछा कि आखिर पिछली बार और उन्हें आश्वासन मिला , तो अब तक मुआवजा या अन्य सहायता क्यों नहीं मिल पायी.
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जनता के दरबार में औरंगाबाद के एक युवक ने कहा कि वह दूसरी बार यहां आया है. गांव के सरकारी स्कूल की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. नवंबर 2021 में जब आये थे, तो आपने जमीन अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया था. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया. कहा- औरंगाबाद से आये हैं ,यह दोबारा आए हैं. दबंगों द्वारा मध्य विद्यालय की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत है. पहले भी आये थे. उस समय भी बात हुई थी. फिर भी अभी तक कुछ नहीं हुआ. दोबारा आदमी को आना पड़ रहा है. तुरंत देखिए इसको.
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मुजफ्फरपुर से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारे पति की मृत्यु कोरोना से हो गयी. इसके बाद भी उन्हें सरकारी सहायता नहीं मिली. इसके बाद सीएम नीतीश ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को फोन लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके पति की मृत्यु कोरोना से हो गयी. सरकारी सहायता राशि नहीं मिली है, इसको देखिए. पश्चिम चंपारण से आये एक युवक ने कहा कि पिता की कोरोना से मृत्यु पर मुआवजा को लेकर दूसरी बार आपके पास आये हैं. अब तक सरकारी सहायता नहीं मिली.
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मधुबनी से आये विष्णुदेव भंडारी ने मधुबनी में बन रहे स्टेडियम के निर्माण कार्य को पूरा कराने की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया. मुख्यमंत्री ने तत्काल कला -संस्कृति विभाग के अधिकारियों को जांच कर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
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मुजफ्फरपुर जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार से अनुदानित कॉलेज के सेक्रेटरी ने कॉलेज में तालाबंदी करके रखा है और हम लोगों को किसी प्रकार के अनुदान का भुगतान नहीं किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
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मधुबनी जिले से आयी एक बुजुर्ग महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पति शिक्षक थे, अवकाशप्राप्त करने के बाद उनका निधन हो गया. फेमिली पेंशन के अलावा आज तक एरियर का पैसा नहीं मिल पाया है.
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भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि 2016 में मैट्रिक प्रथम श्रेणी से पास करने के बाद भी आज तक मुझे प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.
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पश्चिम चंपारण जिले से आयी एक महिला ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी, लेकिन अनुग्रह अनुदान राशि का आज तक भुगतान नहीं हो सका है. मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
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सहरसा जिले से आये एक युवक ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे गांव के दोनों किनारे नदी है, लेकिन हमारे गांव में कोई भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है, जिससे लोगों को इलाज कराने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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सीतामढ़ी जिले से आये एक युवक ने कहा कि उसके पिताजी बाढ़ में डूब गये, वहीं दूसरे युवक ने कहा कि सांप के डसने से मां की मौत हो जाने के बाद भी मुआवजा नहीं मिला.
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अररिया जिले से आए एक छात्र ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड अप्रूव्ड होने के बाद भी अब तक इसका लाभ नहीं मिल पाया है . एक अन्य युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि हमने जल – जीवन – हरियाली अभियान के तहत पौधे भी लगाये थे, लेकिन कटाव के कारण वो सब कुछ बह गया.
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पूर्वी चंपारण जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि पति की ब्यॉलर ब्लास्ट होने से वर्ष 2019 में मौत हो गयी थी, लेकिन अब तक किसी भी तरह की सहायता राशि नहीं मिली है.
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गया जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पति और ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है.
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औरंगाबाद जिले से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मध्य विद्यालय की भूमि को दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है. इसकी शिकायत करने के बाद भी अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को जांचोपरांत उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
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पटना जिले की एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वर्ष 2019 में ग्रेजुएशन करने के बाद भी मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि अब तक नहीं मिल पायी है. मुख्यमंत्री ने पटना के जिलाधिकारी को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.