Weather Forecast Updates Today : पहाड़ों में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिल्ली का तापमान थोड़ा बढ़़ रहा है, हलांकि अगले सप्ताह से इस विक्षोभ का असर कम होने से मौसम में बदलाव नजर आएगा जिससे न्यूनतम तापमान तेजी से गिरेगा और इससे सर्दी बढ़ जाएगी. इधर झारखंड और बिहार में कनकनी वाली ठंड ने लोगों को परेशान कर रखा है. तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ ने तांडव मचाया है हालांकि अपेक्षाकृत कम नुकसान की बात कही जा रही है. जानें देश के अन्य राज्यों में कैसा रहने वाला है मौसम
देश की राजधानी दिल्ली में एक-दो दिन से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. पहाड़ों में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ का असर नजर आ रहा है जिससे तापमान बढ़ रहा है. अब अगले सप्ताह से इस विक्षोभ का असर कम होगा और यहां का मौसम बदलेगा. दिल्ली का न्यूनतम तापमान तेजी से गिरेगा जिससे सर्दी बढ़ जाएगी. राष्ट्रीय राजधनी का तापमान छह डिग्री तक पहुंचने की संभावना व्यक्त की गयी है.
बिहार में सर्दी का सितम अब बढ़ रहा है. भागलपुर समेत आसपास के अन्य जिलों के तापमान मे उतार चढाव का दौर लगातार जारी है. ठंड ने अब अपना तेवर दिखाना भी शुरू कर दिया है. पछुआ हवा के कारण अब ठंड अधिक तेज होने के आसार हैं. बांका, पूर्णिया समेत आसपास के जिलों में भी ठंड अब तेज होने लगा है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में ठंड के कारण लोगों का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीते चौबीस घंटे में कोहरे का कहर और ज्यादा हुआ है. साथ ही सर्द हवाओं ने भी मुश्किलें बढ़ा दी है. सुबह की शुरुआत घने कोहरे और शीतलहर से होने के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. यूपी के प्रमुख शहरों के मौसम पर नजर डालें तो राजधानी लखनऊ में बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है.
Also Read: Jharkhand Weather Forecast: झारखंड में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज, कब से बढ़ेगी ठंड ?
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि झारखंड में सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में मुख्य रूप से आसमान साफ एवं मौसम मुख्यत: साफ रहेगा. मौसम का मिजाज 15 दिसंबर तक ऐसा ही रहने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद की मानें, तो रात में आकाश में बादल छाये रहने के कारण सुबह में काफी देर तक कोहरा रहने की संभावना है. दो से तीन दिनों तक आकाश में बादल छाये रह सकते हैं. 11 दिसंबर को आकाश साफ रहेगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में और कमी आ सकती है.
तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ के कारण अपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ है. इसके प्रभाव के चलते हुई बारिश संबंधी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गयी जबकि कुछ घरों को नुकसान हुआ है. इन घटनाओं के चलते कम से कम 181 घर-झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गये हैं. ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन सहित नागरिक एजेंसियों ने पुलिस की सहायता से गिरे हुए पेड़ों को हटाया. चक्रवात से संबंधित राहत व बचाव कार्यों में कुल 25,000 कर्मियों को लगाया गया है.
तमिलनाडु के तटीय इलाकों से ‘मैंडूस’ तूफान के गुजरने का असर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु और आसपास के जिलों में भी देखने को मिला है. इन इलाकों में रविवार तक हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश और आसमान में बादल छाए रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है. बेंगलुरु शहर में शनिवार सुबह से ही हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो रही है.
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण आतंरिक कर्नाटक के अधिकतर इलाकों और तटीय व उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है जबकि बेंगलुरु ग्रामीण, चित्रदुर्ग, मांडया, रामनगरा और तुमकुर जिले के छिट पुट इलाकों में मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग ने बताया कि बेंगलुरु शहर, चमाराजनगर, चिक्कबल्लापुर, मैसुरु, कोलार, कोडागू, चिकमगलुर और हासन जिले के कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश की संभावना है. गौरतलब है कि मैंडूस तूफान नौ और 10 दिसंबर की दरमियानी रात तमिलनाडु के मामल्लापुरम में तट से टकराया था.
राजस्थान में चूरू सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा. हालांकि, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बने कम दबाव के तंत्र के प्रभाव से अगले दक्षिणी राजस्थान के कोटा और उदयपुर संभाग में अगले तीन दिनों तक आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के आसार हैं.
भाषा इनपुट के साथ