Jharkhand News: झारखंड के दो जिलों को जोड़ने वाला पुल पांच साल बाद भी अधूरा है. इस पुल का निर्माण वर्ष 2017-18 में शुरू हुआ. 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है, लेकिन बीच में कुछ काम अधूरा रह गया. आज तक उसे पूरा नहीं किया गया. इसकी वजह से आम लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रामगढ़ जिला प्रशासन से इस पुल का निर्माण कार्य जल्द से जल्द कराने की अपील की गयी है.
झारखंड के बोकारो और रामगढ़ जिला को जोड़ने वाले मुख्य पथ पर चुटवा नदी पर जिस पुल का निर्माण हुआ, वह आज भी अधूरा है. रामगढ़ जिला के विशेष प्रमंडल को इस पुल के निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी थी. योजना वर्ष 2017-18 का है. ठेकेदार ने पुल का निर्माण तो किया, लेकिन काम पूरा करने से पहले ही काम बंद कर दिया. पुराने पुल की स्थिति पहले से ही जर्जर है. उस पर लगातार लोड बढ़ रहा है, जिसकी वजह से वह कभी भी ध्वस्त हो सकता है.
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पुल के आसपास कई गांव हैं. नदी के पार मवेशी इसी पुल से जाते हैं. कई बार गाड़ी देखकर मवेशी नदी में कूद पड़ते हैं, जिससे उनकी मौत भी हो जाती है. इस पुल पर गार्डवाल भी नहीं है. लोगों को सहूलियत हो, इसलिए नये पुल का निर्माण करवाया गया था. संवेदक ने नदी के दोनों छोर से पुल का निर्माण किया, लेकिन बीच में कुछ काम बाकी रह गया. उसे आज तक पूरा नहीं किया गया.
पुल का निर्माण करने वाली कंपनी अर्चना कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर संदीप यादव कहते हैं कि काफी पैसे बकाया है. उसका भुगतान नहीं किया गया है. विभाग फंड का आवंटन नहीं कर रहा है. इसलिए पुल बनाने का काम पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि इस बाबत मांडू के विधायक जय प्रकाश भाइ पटेल को जानकारी दी गयी है.
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उल्लेखनीय है कि पुल का निर्माण हो जाने पर लइयो, दनिया, दाकासाडम, तिलैया, कारीपानी, लालगढ़, हलवैय समेत कई गांवों के लोगों को आवागमण में काफी सहूलियत होगी. तिलैया पंचायत की मुखिया चिंता देवी ने रामगढ़ जिला प्रशासन से अधूरे पुल का निर्माण जल्द से जल्द कराने की मांग की है.
रिपोर्ट: नागेश्वर, गोमिया, बोकारो