रांची: साहिबगंज डीएसपी राजेंद्र दुबे ने पंकज मिश्रा से रिम्स में जाकर मुलाकात की थी. इसके लिए उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया था. उस वक्त पंकज मिश्रा ने उन्हें गवाहों को प्रभावित करने और मनी लाउंड्रिंग के आरोपों से बचाने के लिए कदम उठाने को कहा था. इडी की पूछताछ में शुक्रवार को डीएसपी ने रिम्स में पंकज मिश्रा से मिलने की बात स्वीकारी. पंकज मिश्रा फिलहाल 1000 करोड़ के अवैध खनन के आरोप में न्यायिक हिरासत में हैं.
यहां बताते चलें कि सीसीटीवी फुटेज की जांच में खुलासा हुआ है कि डीएसपी ने 10 अक्तूबर को रिम्स के पेइंग वार्ड में पंकज मिश्रा से मुलाकात की थी. पूछताछ के बाद रात सात बजे डीएसपी को छोड़ दिया गया. उनसे एक सप्ताह के अंदर अपने पारिवारिक सदस्यों की आमदनी और संपत्ति का ब्योरा संबंधित दस्तावेज के साथ देने को कहा गया है.
डीएसपी ने यह स्वीकार किया कि न्यायिक हिरासत की अवधि में पंकज से मिलना गलत था. वीडियो में अपनी तस्वीर देखने के बाद यह भी माना कि यह उनकी ही है. हालांकि कहा कि वह अपने एक रिश्तेदार को देखने गये थे, इसी क्रम में पंकज से मिले. लेकिन वह अपने उस रिश्तेदार का नाम नहीं बता सके.
आपको बता दे कि ईडी के समन के बाद भी गुरुवार को साहिबगंज के सदर डीएसपी राजेंद्र दुबे ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय नहीं पहुंचे थे. ज्ञात हो कि डीएसपी को पांच दिसंबर को ही समन जारी कर आठ दिसंबर को पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा गया था.