भागलपुर: जिले के नौ बालू घाटों की बंदोबस्ती के लिए खान व भूतत्व विभाग की ओर से टेंडर निकाला गया है. 17 दिसंबर को इसके लिए बोली लगेगी. इच्छुक बंदोबस्त धारक छह दिसंबर से निविदा दस्तावेज डाउनलोड कर सकेंगे.
चानन नदी के 04, गेरुआ नदी के 03, अंधरी नदी के 01 एवंकोशी नदी के 01 घाटों की बंदोबस्ती होगी. विभाग का फरवरी से बालू घाटों को चालू कराने का टारगेट है.
गौरतलब है कि बिहार में अवैध बालू खनन और ढुलाई पर लगाम के लिए सरकार ने कमर कस ली है. इसका मकसद राज्य सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी सहित आम लोगों को उचित कीमत पर बालू उपलब्ध करवाना है.
2022-23 के खत्म होने में करीब पौने चार महीने रह रह जाने से राजस्व वसूली बड़ी चुनौती बन गयी है. बालू के अवैध खनन और ढुलाई को लेकर मुख्य सचिव के निर्देश पर सारण, भोजपुर और पटना जिले में संयुक्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इसी कड़ी में खान एवं भूतत्व विभाग ने सारण जिले के खनन कार्यालय में चार अतिरिक्त खान निरीक्षकों की तैनाती की है. साथ ही इन सभी को नौ दिसंबर के प्रभाव से प्रभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है.
सूत्रों के अनुसार सारण, भोजपुर और पटना जिले में रोज अवैध बालू खनन और ढुलाई से करीब तीन करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान राज्य सरकार को हो रहा है. वहीं, एनजीटी के मानकों की अवहेलना कर माफियाओं द्वारा बालू खनन करने से नदियों का दाेहन हो रहा है. इससे पर्यावरणीय संकट भी पैदा हो रहा है. खासकर सारण जिले के डोरीगंज इलाके में प्रतिदिन नावों से बड़ी मात्रा में लाल बालू का अवैध कारोबार अब भी फल-फूल रहा है.