Engineers Cooking Jalebi In Ranchi: हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन (एचईसी) के इंजीनियर ‘मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज’ (सभी उद्योगों की जननी) को बचाने के लिए सड़क पर उतर आये हैं. एचईसी (HEC) के इंजीनियरों ने शुक्रवार को कंपनी मुख्यालय के बाहर सड़क पर जलेबी छानकर अपना विरोध जताया. साथ ही कहा कि अब शनिवार को ताली बजायेंगे. थाली बजायेंगे और लोगों से अपील करेंगे कि वे एचईसी को बचाने के लिए आगे आयें.
एचईसी के एक इंजीनियर ने संवाददाता से बात करते हुए कहा कि कंपनी के ‘एलियन सीएमडी’ की वजह से यहां काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की जिंदगी वैसी ही जटिल हो गयी है, जैसी जलेबी की बनावट होती है. यही वजह है कि इंजीनियर्स ने जलेबी छानकर विरोध-प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि हमारी जिंदगी ऐसे मोड़ पर पहुंच गयी है, जहां से अब उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है.
Also Read: Jharkhand News: भारी उद्योग मंत्रालय ने HEC को आर्थिक मदद करने से किया इंकार, जारी रहेगा आंदोलनइस अधिकारी से जब उनका नाम पूछा गया, तो उन्होंने अपना नाम इस तरह से बताया, ‘हम हैं एचईसी प्रबंधन और हमारे एलियन सीएमडी के कुप्रबंधन से मजबूर और एक त्रस्त अधिकारी’. उन्होंने बताया कि शनिवार को सुबह साढ़े 10 बजे से साढ़े 11 बजे के बीच एचईसी के अधिकारी और कर्मचारी धुर्वा गोल चक्कर से एचईसी मुख्यालय तक एक मार्च निकालेंगे.
इस दौरान मार्च में शामिल लोग ताली और थाली बजायेंगे. लोग अपने साथ थाली और चम्मच लेकर आयेंगे. लोग ताली और थाली बजाकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे. अधिकारी ने अपील की है कि रांची और झारखंड के सभी लोग एचईसी को बचाने के लिए आगे आयें. उन्होंने कहा कि सभी मजदूर, कर्मचारी, एचईसी के आसपास के दुकानदार संघ और झारखंड के लोग चम्मच और थाली लेकर आयें इस विरोध मार्च में शामिल हों. एचईसी के अधिकारियों और कर्मचारियों के आंदोलन को मजबूती प्रदान करें.
Also Read: HEC रांची पर संकट : सेल और रेलवे ने वापस ली बैंक गारंटी, अब ऐसे सुधर सकती है स्थितिएचईसी के अधिकारी ने कहा कि ताली और थाली बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इससे बड़ी-बड़ी महामारी दूर हो जाती है. अगर कोरोना महामारी ताली और थाली बजाने से दूर हो सकती है, तो क्या हम ऐसा करके एचईसी को नहीं बचा सकते? क्या हमारा 13 महीने का वेतन भुगतान नहीं हो सकता? हमारी भुखमरी की समस्या भी इससे दूर हो सकती है. इसलिए हमने ताली और थाली बजाते हुए धुर्वा गोल चक्कर से एचईसी मुख्यालय तक मार्च करने का निर्णय किया है.
अधिकारी ने एचईसी की बदहाली के लिए प्रबंधन के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि हमारी कंपनी के सीएमडी एलियन सीएमडी हैं, जिनके पास कंपनी को बेहतर तरीके से चलाने का रोडमैप नहीं है. यही वजह है कि कंपनी में काम कर रहे लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गये हैं.