Lucknow: यूपी में शादियों के इस मौसम में परंपरा के कई आधुनिक रंग देखने को मिल रहे हैं. बेटा और बेटी में फर्क नहीं करने की बात कहने वाले माता पिता अब शादी के दौरान इसे साबित भी कर रहे हैं. बेटी की शादी न सिर्फ लड़के की तरह कर रहे हैं, बल्कि हर वो रस्म अदा की जा रही है, जो लड़का अपनी शादी में करता है. इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद के बाद अब मुरादाबाद में लड़की की घुड़चढ़ी की रस्म अदा की गई.
मुरादाबाद में शहर के हिमगिरि कालोनी निवासी राजेश शर्मा की बेटी श्वेता की शादी आज रात को होनी है. इससे पहले राजेश शर्मा ने मंगलवार शाम को अपनी बेटी श्वेता की घुड़चढ़ी की रस्म अदा की और फिर गाजे बाजे के साथ बरात निकाली. दुल्हन को दूल्हे के वेश में देखकर आस-पास के लोग भी हैरान रह गए. बग्घी पर दूल्हे के वेश में बैठी श्वेता थिरकती भी नजर आई. इस अनोखी बरात का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दुल्हन बनने जा रही श्वेता ने दूल्हे की तरह ड्रेस पहनी और माथे पर सेहरा भी बांधा. इसके बाद वह अपनी बरात लेकर मंदिर पहुंची और भगवान को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान श्वेता भी काफी खुश नजर आईं. पिता राजेश शर्मा ने कहा कि बेटे की तरह बेटियों को समान अधिकार देने के लिए उन्होंने अपनी बेटी की घुड़चढ़ी की रस्म अदा की, जिसमें उनका पूरा परिवार साथ रहा.
इससे पहले बीते 2 दिसंबर को गाजियाबाद के रहने वाले प्रमेंद्र शर्मा ने भी अपनी बेटी खुशी की शादी में दशकों पुरानी एक परंपरा को तोड़ दी. खुशी की बारात आने से पहले वह घोड़ी पर चढ़ी और घुड़चढ़ी निकाली गई. खुशी के मुताबिक करीब दस साल पहले उसके मामा की शादी हुई थी. तब मामी नागपुर में घुड़चढ़ी पर बैठी थी. दस साल पहले ये बात एकदम नई थी. उन्हें ये परंपरा अच्छी लगी. खुशी ने भी मन में ठान लिया था कि जब उसकी शादी होगी तो वह भी घोड़ी पर बैठेंगी. इसलिए जब रिश्ता तय हुआ तो मन की बात खुशी ने अपने पिता प्रमेंद्र शर्मा को बताईं. पिता ने बेटी की खुशी को पूरा करने के लिए इस पर रजामंदी दे दी.
Also Read: UP Global Investors Summit: योगी सरकार के कई मंत्री आज जाएंगे विदेश, यूरोपीय देशों पर सबसे ज्यादा फोकसइसी तरह 29 नवंबर को मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में भी ऐसी ही रस्म देखने को मिली थी. किसान पिंटू की बेटी सिमरन चौधरी शादी से पहले घोड़ा-बग्गी पर बैठकर निकली. पिंटू ने कहा कि उनकी बेटी की ख्वाहिश थी कि वो भी घुड़चढ़ी करें. परिवार ने सहमति दी तो बड़े उल्लास से घुड़चढ़ी निकाली गई.