Bihar News: लखीसराय के चानन थाना क्षेत्र के जानकीडीह गांव में मंगलवार को एक शव के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद खड़ा हो गया. महिला ने करीब 45 साल पहले हिंदू लड़के से प्रेम विवाह किया था. लेकिन इससे पहले वो मुस्लिम लड़के की ही पत्नी थी और उस पति से एक लड़का भी महिला को था. अब महिला का निधन हुआ तो दोनों बेटे अंतिम संस्कार को लेकर आमने-सामने हो गये. इस विवाद में एएसपी सैयद इमरान मसूद जानकीडीह गांव पहुंचे व दोनों परिवारों के बीच समझौता कराया. इसके बाद शव को दाह संस्कार के लिए ले जाया गया.
जानकारी के मुताबिक, राजेंद्र झा 45 वर्ष पूर्व एक मुस्लिम लड़की रायका खातून से प्रेम-विवाह कर गांव ले आये थे. उसके साथ एक लड़का भी था, जिसका नाम मो मोफिल है. उसके बाद उस महिला से एक पुत्र और एक पुत्री हुई. पुत्र का नाम बबलू झा है. बबलू झा की मां का जब स्वर्गवास हुआ, तो बबलू हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार दाह संस्कार, तो मो मोफील मां का मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार मिट्टी देना चाहता था. इसी को लेकर विवाद बढ़ गया.
विवाद को बढ़ते देख स्थानीय लोगों ने चानन पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर चानन थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप दल-बल के साथ पहुंचे व दोनों को समझाने का बहुत प्रयास किया. फिर इसकी सूचना एएसपी दी गयी. मौके की नजाकत को देखते हुए एएसपी सैयद इमरान मसूद ने दोनों परिवारों को बुलाकर समझौता कराया. फिर मां के शव को बबलू झा दाह संस्कार के लिए ले गया.
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दोनों परिजनों से कहा गया कि अगर आप इसका क्रिया कर्म करना चाहते हैं, तो मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार करें, दूसरा बबलू झा को कहा गया है आप हिंदू रीति रिवाज के अनुसार इनका क्रिया कर्म करें. मृतका का जिस समय प्रेम-विवाह हुआ था, उस समय उसका नाम रायका खातून था, जबकि बाद में नाम बदलकर रेखा देवी रखा गया.
Posted By: Thakur Shaktilochan