औरंगाबाद. बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है. औरंगाबाद में जिलाधिकारी ने रिश्वत मांगने के आरोप में एक पंचायत सचिव को सेवा से निलंबित कर दिया है. पंचायत सचिव अवधेश यादव के ऊपर वार्ड सदस्य और मुखिया से रिश्वत मांगने का आरोप था. आरोप की जांच के उपरांत रिश्वतखोरी के आरोप में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने अवधेश यादव को सेवा से निलंबित कर दिया है.
जानकारी के अनुसार औरंगाबाद जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत पंचायत कर्मा भगवान पंचायत में रिश्वत लेकर काम करने की शिकायत जिला मुख्यालय तक पहुंची. शिकायत के साथ एक वीडियो क्लिप भी साझा किया गया. उसमें पंचायत सचिव अवधेश कुमार यादव का कुछ दिनों पहले रिश्वत मांगते दिखाया गया है. वीडियो क्लिप की जब अधिकारियों ने जांच की तो वो सही पाया गया. इसके बाद मामले की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी गयी. आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया.
बताया जाता है कि कुछ समाजिक कार्यकर्ताओं पिछले दिनों एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें पंचायत सचिव वार्ड सदस्य से पांच प्रतिशत और मुखिया से सात प्रतिशत रिश्वत मांगते कैमरे में कैद हुए थे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जिसमें पदाधिकारियों का अपमान हुआ था. अब जांच पड़ताल करने के बाद पंचायत सचिव के ऊपर यह विभागीय कार्रवाई की गई है. हालांकि, निलंबन के दौरान पंचायत सचिव को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा. साथ ही निलंबन अवधि में पंचायत सचिव का मुख्यालय हसपुरा प्रखंड निर्धारित किया गया है.