Bihar: पटना डेंटल कॉलेज की मान्यता पर तलवार लटक गयी है. बताया जा रहा है कि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (DCI) ने नए सत्र में कॉलेज में नामांकन पर रोक लगा दी है. इसके लिए डीसीआई ने केंद्र सरकार से सिफारिश की है. काउंसिल ने केंद्र को कॉलेज की मान्यता रद्द करने का भी प्रस्ताव दिया है. हालांकि इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने पटना डेंटल कॉलेज के प्राचार्य को अपना पक्ष रखने के लिए कहा. हालांकि दो दिसंबर को जब प्राचार्य राज्य स्वास्थ्य विभाग के पास अपना पक्ष रखने गए तब उन्हें अपनी कमियों को दूर करने का पत्र नहीं मिला. ऐसे में प्राचार्य ने अपने स्तर से कमियों को दूरे करने का सहमति पत्र पेश किया है.
डेंटल कॉलेज में संसाधनों को घोर कमी
डीसीआई के द्वारा पिछले वर्ष अगस्त से लेकर इस वर्ष सितंबर तक तीन बार कॉलेज का निरीक्षण किया गया. मगर यहां लगातार संशाधनों का घोर अभाव देखने को मिला. हर बार टीम की तरफ से घोर आपत्ति जतायी गयी. कमियों को दूर करने के निर्देश देने के बाद भी कॉलेज के द्वारा कार्रवाई नहीं की गयी. ऐसे में डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने मान्यता रद्द करने की सिफारिस कर दी. हालांकि, कॉलेज के प्राचार्य का कहना है कि जितनी भी कमियां हैं उन्हें जल्द से जल्द दूर कर लिया जाएगा. मगर, इस जवाब से केंद्र कितना संतुष्ट होगा ये कहना कठिन है.
नामांकन पर निर्णय केंद्र सरकार करे: प्राचार्य
पटना डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ तनोज कुमार ने कहा कि कॉलेज में नामांकन होगा या नहीं इसका निर्णय केंद्र सरकार करेगी. लेकिन जिन कमियों को लेकर डीसीआई और केंद्र सरकार ने सहमति पत्र मांगी थी वो उन्हें नहीं मिला है. केंद्र सरकार के सामने अपना पक्ष रखते हुए हमने केवल उन सुविधाओं का जिक्र है जो कॉलेज में उलब्ध है. ये सुविधा सरकार के द्वारा हाल में ही कॉलेज को उपलब्ध कराया गया है. इसमें एक ओपीजी मशीन, एक कंप्यूटर प्रिंटर समेत 17 प्रकार के उपकरण शामिल हैं.