पटना साहिब में प्रबंधक कमेटी के पदधारकों का ताज किसके सिर होगा. इस पर अकाल तख्त में मंगलवार को फैसला होगा. अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की ओर से बीते दो दिसंबर को तलब किये जाने के बाद जत्थेदार की ओर से जारी हुकूमनामा के आलोक में पदधारक व सदस्य पेश होने और बहुमत साबित करने के लिए वहां गये हैं. इसमें एक गुट वहां पहुंच गया है. जबकि दूसरा गुट भी जाने के लिए प्रस्थान कर चुका है.
अकाल तख्त में मंगलवार दोपहर 12 बजे जत्थेदार की ओर से सुनवाई की जायेगी. दरअसल चार बिंदु पर जत्थेदार ने हुकूमनामा जारी किया था. इसमें नव गठित कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन को दिये आदेश में बहुमत सिद्ध करने को कहा गया था. इसी आलोक में प्रबंधक कमेटी के पदधारक व सदस्य वहां उपस्थित हो रहे हैं. जत्थेदार ने जारी हुकूमनामा में उपस्थित नहीं होने पर मर्यादा मुताबिक कार्रवाई की बात कही गयी थी.
तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में गुरु घर के पुरातन मर्यादा और राजनीति के तहत तख्त साहिब के संविधान के खिलाफ कार्य किया जा रहा है. इसको लेकर सोमवार को पंथक धार्मिक मोर्चे की ओर से पुरातन मर्यादा बचाने के लिए धरना दिया गया. तख्त साहिब के मुख्य द्वार पर आयोजित धरने की अध्यक्षता मुख्य संरक्षक तेजेंद्र सिंह बंटी और संचालन अध्यक्ष दीपक सिंह ने किया.
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धरने में शामिल लोगों ने तख्त साहिब के संविधान के खिलाफ कार्य करने के लिए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेश को तख्त साहिब की संविधान व मर्यादा के खिलाफ बताते हुए कहा कि आदेश जारी कर सिखों में मतभेद फैलाना चाह रही है. इसका पटना साहिब की साध संगत व सेवादार विरोध करेंगे. अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को भी जारी रहेगा. धरने में महासचिव रणजीत सिंह, अवधेश सिंह, दया सिंह, राजेश सिंह अकाली, जसवंत सिंह खालसा, अनुपमा कौर, बाबू सिंह, सतनाम सिंह बग्गा, जयहंदिू सिंह, अजय सिंह, इंद्रजीत सिंह बग्गा समेत अन्य शामिल हुए.