जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर दूसरी बार राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है. केवल इसकी औपचारिक घोषणा बाकी है. अध्यक्ष पद के लिए ललन सिंह ने शनिवार को नामांकन किया था. नामांकन के अंतिम दिन रविवार को उनके अलावा अन्य किसी भी व्यक्ति ने पर्चा दाखिल नहीं किया है. इसके साथ ही रविवार शाम को नामांकन की हुई स्क्रूटनी में ललन सिंह का नामांकन पत्र सही पाया गया. अब नाम वापसी का अंतिम दिन पांच दिसंबर को है. इसके बाद ललन सिंह के निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा होगी.
हालांकि ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर अंतिम रूप से पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में 10 दिसंबर को मुहर लगेगी. यह बैठक जदयू प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में 10 दिसंबर को अपराह्न तीन बजे से होगी. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित पार्टी के करीब 186 सदस्य शामिल होंगे. साथ ही 11 दिसंबर को दोपहर करीब 12 बजे से श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में पार्टी का खुला अधिवेशन होगा. इसमें भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित पार्टी के तमाम नेता शामिल होंगे.
गौरतलब है कि ललन सिंह की तरफ से शनिवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नई दिल्ली स्थित जदयू के राष्ट्रीय कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल किया गया. यह नामांकन तीन अलग-अलग सेट में जदयू के राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी अनिल हेगड़े के समक्ष किया गया. प्रत्येक नामांकन के सेट में 10-10 प्रस्तावक बने.
ललन सिंह के लिए नामांकन के पहले सेट में प्रस्तावकों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंत्री संजय झा, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद सहित कई सांसद शामिल थे. वहीं दूसरे सेट में प्रस्तावक में झारखंड में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो सहित अन्य पार्टी नेता शामिल हैं.