रोशन कुमार, गया: क्राइम, एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड से संबंधित किसी प्रकार की आपात स्थिति हो, तो डायल 112 की पुलिस कारगर साबित हो रही है. गया शहर के कोतवाली, सिविल लाइंस, रामपुर, विष्णुपद, मगध मेडिकल व डेल्हा थाना क्षेत्र में डायल 112 की 20 गाड़ियों की विभिन्न स्थानों पर तैनाती की गयी है. इस योजना को सफल होता देख अब ग्रामीण क्षेत्रों में डायल 112 की पुलिस टीम को अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों व लग्जरी वाहन के साथ तैनात करने की योजना बनायी जा रही है.
साथ ही डायल 112 की पुलिस टीम में तैनात पुलिस पदाधिकारियों, सिपाहियों व ड्राइवरों को ड्यूटी करने में सहूलियत बरतने को लेकर उनकी सुविधा बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है. फिलहाल डायल 112 की पुलिस टीम में तैनात सिपाहियों व ड्राइवरों की ड्यूटी दो शिफ्टों से बढ़ा कर तीन शिफ्टों में कर दी गयी है. कुछ ही महीनों में इसमें तैनात पुलिस पदाधिकारियों की ड्यूटी दो शिफ्टों से बढ़ा कर तीन शिफ्टों में कर दी जायेगी.
फिलहाल गया जिले में पुलिस पदाधिकारियों की कमी के कारण तीन के बजाय दो शिफ्टों में उनसे ड्यूटी ली जा रही है. हालांकि, डायल 112 की पुलिस टीम में विभाग की ओर से हथियार मुहैया नहीं कराया गया है. इसमें तैनात पुलिसकर्मी निहत्थे हैं. लेकिन, पुलिस मुख्यालय से डायल 112 की पुलिस टीम को अत्याधुनिक हथियार भी उपलब्ध कराने पर विचार हो रहा है.
हाल के महीनों से शुरू की गयी उक्त योजना के बाद इसका बेहतर रिस्पांस देखने को मिल रहा है. हाल के महीनों में डायल 112 पुलिस का अधिकतर उपयोग वैसी महिलाओं ने विशेष तौर पर किया, जो अपने शराबी पति से काफी प्रताड़ित थीं. शराबी पतियों की करतूत पर नकेल कसने को लेकर रामपुर, सिविल लाइंस व विष्णुपद थाने में हाल के दिनों में कई ऐसी प्राथमिकी दर्ज हुए है, जिनमें शराबी पतियों के विरुद्ध डायल 112 की पुलिस ने पीड़ित पत्नियों की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की और उन्हें गिरफ्तार कर संबंधित थाने की पुलिस को सौंप दिया.
किसी प्रकार की इमरजेंसी के मौके पर डायल 112 को फोन करने पर सिर्फ 15 मिनट के अंदर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच जाती है. डायल 112 पर कॉल करने पर पटना स्थित इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में 24 घंटे तैनात पुलिसकर्मी संबंधित पीड़ित के मोबाइल लोकेशन के आधार पर संंबंधित डायल 112 की पुलिस मैसेज भेजा जाता है. उस लोकेशन के आधार पर डायल 112 की पुलिस वहां पहुंचती है और साथ ही संबंधित थानाध्यक्ष को भी सूचना देती है. घटनास्थल पर मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए डायल 112 की पुलिस कार्रवाई करती है. तबतक संबंधित थाने की पुलिस टीम भी अत्याधुनिक हथियार के साथ वहां पहुंच जाते हैं.
एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि डायल 112 की पुलिस टीम की तैनाती के बाद सड़कों पर पुलिस का प्रेजेंस बढ़ गया है. इससे भी अपराधियों व असामाजिक तत्वों के बीच खौफ पैदा हुआ है. यह योजना पूरी तरह सफल साबित हुई है. फिलहाल इनकी तैनाती शहरी इलाकों के थानों में की गयी है. लेकिन, भविष्य में ग्रामीण क्षेत्रों में भी तैनात करने पर विचार किया जा रहा है.
एसएसपी ने बताया कि डायल 112 की पुलिस टीम में सिपाही के रूप में महिला पुलिसबलों को तैनात किया गया था. इन्हें दो शिफ्टों में लगाया गया था. लेकिन, महिला सिपाहियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इनकी ड्यूटी तीन शिफ्टों में कर दी गयी है. ड्राइवरों की भी ड्यूटी तीन शिफ्ट में कर दी गयी है. पुलिस पदाधिकारियों की कमी होने के कारण उनकी ड्यूटी फिलहाल दो शिफ्टों में ही है. लेकिन, कुछ ही महीनों के बाद इनकी भी ड्यूटी तीन शिफ्टों में कर दी जायेगी.