पतरघट (सहरसा): अंधविश्वास आज भी हमारे समाज व परिवार को कैसे तोड़ रहा है, इसकी बानगी रविवार को ओपी क्षेत्र के विशनपुर पंचायत स्थित वार्ड एक में देखने को मिली. यहां एक व्यक्ति घायल था. बगल की महिला ने मानवतावश पानी पिलाने के साथ ही उसके सिर पर तेल रख दिया. इसे दुर्भाग्य कहें या परिजनों को आरोप, क्योंकि कुछ देर बाद उस व्यक्ति की तबीयत और बिगड़ गयी और उसकी मौत हो गयी. इसके बाद पीड़ित परिजन उग्र हो गये और महिला पर डायन का आरोप लगाते हुए उसका घर घेर नारेबाजी करने लगे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
किसान गोपाल मंडल (36 ) वार्ड तीन स्थित सौरयारी बस्ती में किसान हरिनंदन यादव के दरवाजे पर शनिवार को धान की थ्रेसिंग कर रहा था. उसी दौरान एक पुरानी पक्की दीवार गोपाल मंडल के शरीर पर गिर गयी. इसमें गोपाल मंडल के पैर में हल्की चोट लग गयी. गोपाल मंडल को मजदूरों के सहयोग से उसके घर ले जाया गया. इसके बाद परिजन उसे मधेपुरा मेडिकल कॉलेज ले गये.वहां डॉक्टर ने गोपाल का प्राथमिक उपचार कर हल्की चोट लगने की बात कही. इसके बाद परिजन उसे घर ले आये. घर पर ही रविवार को उसकी मौत हो गयी.
इसके बाद परिजनों का गुस्सा भड़क उठा. परिजन गोपाल के शव को स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से उठा कर वार्ड तीन निवासी आरोपित के दरवाजे पर रख दिये. फिर मृत गोपाल मंडल को जिंदा करने की मांग करनी शुरू कर दी. माहौल की गंभीरता देख गृहस्वामी सहित परिवार के लोग घर छोड़ कर निकल गये. मृत गोपाल मंडल के परिजन सूरज मंडल, नीरज मंडल सहित अन्य ने कहा कि गोपाल मंडल को एक महिला ने डायन कर दिया है. आरोपित महिला ने गोपाल मंडल को अपने हाथों से पानी पिलाया और ठंडा तेल सिर में रगड़ दिया. इसके बाद गोपाल मंडल की हालत गंभीर होने लगी और इसी कारण से उसकी मौत हो गयी.
मामला गंभीर होते देख चौकीदार की सूचना पर ओपी प्रभारी ज्ञानानंद अमरेंद्र, एसआइ वरुण शर्मा, कमलेश कुमार सिंह, पंकज यादव बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व स्थिति को नियंत्रित कर मृतक के परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली व उचित कार्रवाई की बात कहीं. पर, आक्रोशित परिजन शव के साथ आरोपित के घर को घेरे हुए थे. उग्र भीड़ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सख्त से सख्त सजा दिये जाने की मांग कर रही थी. आरोपित के घर के समीप परिजन व स्थानीय ग्रामीण बार-बार नारेबाजी कर रहे थे. बस्ती में तनावपूर्ण माहौल कायम था. ओपी प्रभारी ज्ञानानंद अमरेंद्र उग्र भीड़ को समझाने में जुटे रहे. काफी प्रयास के बाद शाम में शव का पुलिस ने कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए सहरसा भेज दिया.