Bareilly News: देश और प्रदेश में लंबे समय तक सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस एक बार फिर यूपी में सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश में जुटी है. इसलिए कांग्रेस ने यूपी में एक प्रदेश अध्यक्ष और 6 प्रांतीय अध्यक्ष बनाए हैं. इसमें दो ब्राह्मण, एक मुस्लिम, एक भूमिहार, यादव और एक कुर्मी जाति से है. नए प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खबरी कांग्रेसियों में जोश भरने के साथी दलित वोट में सेंध लगाने की कोशिश में जुटे हैं. लेकिन उनके हिसाब से कांग्रेस के प्रदेश संगठन में काफी कमी है.
इस कमी को दूर करने के लिए बड़ा फेरबदल करने जा रहे थे. वहीं बरेली में एक प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया कि नगर निकाय चुनाव में अधिक से अधिक सीट जीती जाएं. इसको लेकर सभी कांग्रेसी जुटे हैं. संगठन में फेरबदल नगर निकाय चुनाव के बाद ही होगा. नगर निकाय चुनाव जनवरी तक निपट जाएगा. इसके बाद कांग्रेस में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
कांग्रेस के नए प्रदेश संगठन में बरेली के कई नेताओं को भी मौका मिलना है. लेकिन अब उनको भी कुछ और महीने इंतजार करना होगा. कांग्रेस का मानना है कि अगर अभी संगठन में फेरबदल किया गया, तो गुटबाजी होना तय है. इससे नगर निकाय चुनाव में नुकसान भी हो सकता है. इसलिए अभी संगठन में फेरबदल को टाल दिया गया है.
राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम का कहना है कि कांग्रेस देश के सभी समाज, जाति को साथ लेकर चलती है. इसलिए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का आगाज किया है. इसमें अपेक्षा से अधिक भीड़ है. लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने यूपी में भी सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया है.
अपने पुराने दलित वोट को साधने के लिए दलित चेहरे के रूप में ब्रज लाल खाबरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए पूर्व मंत्री नकुल दुबे और योगेश दीक्षित को प्रांतीय अध्यक्ष बनाया गया है. मुस्लिम समाज के लिए पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, भूमिहार के लिए पूर्व विधायक व मंत्री अजय राय, पिछड़ों में यादव बिरादरी को जोड़ने के लिए अनिल यादव और विधायक,वीरेंद्र चौधरी को लगाया गया है. कांग्रेस सामान्य, पिछड़ी और दलितों को जोड़ने के लिए अभियान चला रही है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने सभी जिला और महानगर अध्यक्षों को नगर निकाय चुनाव में अधिक से अधिक लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. जिसके चलते बरेली में भी सपा और बसपा दलों के लोगों को कांग्रेस में शामिल किया गया है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली