Jharkhand News: 100 साल से ज्यादा पुराने शहर को सुधारने और आने वाले 50 सालों के योग्य बनाने के लिए टाटा स्टील ने री-डेवलपमेंट पर काम शुरू कर दिया है. यह कहना है टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी का. रविवार को यूनाइटेड क्लब प्रागंण में उन्होंने कहा कि टाटा स्टील का प्लांट और शहर पुराना हो गया है. घर पुराना होने पर लोग प्लानिंग, मेंटेनेंस करते है. बावजूद पुराना ही रहता है. अब आने वाले 50 और 100 सालों को देखते हुए शहर का रि-डेवलपमेंट की आवश्यकता है. जिसे देखते हुए जमशेदपुर का सिटी डेवलपमेंट प्लान पर काम किया जा रहा है.
री-डेवलपमेंट के बाद शहर में ऐसी सुविधाएं मिलेंगी जो मौजूदा समय में नहीं है. या कम है. री-डेवलपमेंट के बाद शहर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, अस्पताल, मॉल, स्मार्ट पार्किंग, हाई सिक्योरिटी सहित कई सुविधाएं बढ़ेगी. शहर में सड़कों और फुटपाथों का विस्तार किया जायेगा. स्मार्ट सिटी के तहत शहर की कई प्रमुख सड़कों को चौड़ा कर इनका विस्तार किया जा रहा है. कई मुख्य सड़कों से बिजली के खंभे हटाकर भूमिगत केबल बिछाई जा रही है. सड़क को री-मॉडल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है.
शहर की सूरत लगातार बदलती जा रही है. कई महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट आने वाले साल में शुरू होंगे. जिसके तैयार होते ही शहर अपने दम पर स्मार्ट सिटी जैसा बनने की राह पर होगा. इनमें साकची में आधुनिक डीएम लाइब्रेरी, बालीगुमा में अंतरराज्यीय बस स्टैंड, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, सीवरेज सिस्टम, मानगो फ्लाइ ओवर, दलमा रोप वे, मानगो डिमना रोड का सौंदर्यीकरण शामिल है.
शहर के चौक- चौराहे पर फव्वारा लगाये जा रहे है. कई गोलचक्करों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. चौड़ी सड़कों के साथ पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ भी बनाये जा रहे हैं. सभी प्लान लागू हो गये, तो जमशेदपुर शहर की सूरत बदल जायेगी. कंपरहेंसिव मोबलिटी प्लान ( सीएमपी) के अनुसार वर्ष 2035 तक जमशेदपुर शहर की आबादी 31 लाख 61 हजार 912 होगी. इसे देखते हुए शहर के विस्तार, सुंदरता, विकास, ट्रैफिक व परिवहन व्यवस्था के कार्यों के लिए अलग-अलग प्लान जिला प्रशासन की ओर से बनाये गये हैं. शहर में जल्द एयर सेवा शुरू होने की तैयारी चल रही है.
जल निकासी, सीवरेज, कूड़ा निस्तारण का भी प्रस्ताव
टाटा कमांड एरिया के साथ आस-पास के एरिया भी इस प्लान में शामिल होंगे
उद्याेग व पर्यटन के लिहाज से भी प्रस्ताव शामिल
शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, अस्पताल, मॉल, स्मार्ट पार्किंग बेहतर होगी
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी ने कहा कि शहर के साथ प्लांट को साल 1980 से मॉडलाइज किया जा रहा है. टेक्नोलॉजी और कंपनी की उत्पादन क्षमता में बदलाव आया है. एक तरफ लोग पुराने घरों को तोड़ रहे है. प्लांट में भी इसी तरह का बदलाव लाया जा रहा है. शहर के बीच में प्लांट है. जिसको देखते हुए प्लांट में भी बदलाव किये जा रहे है.
टाटा स्टील के सीइओ टीवी नरेंद्रन ने इस्पात पर निर्यात शुल्क हटाने के सरकार के कदम का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि भारत के पास घरेलू खपत के साथ ही वैश्विक जरूरतों को पूरा करने का एक बड़ा अवसर है. महंगाई की स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा इस्पात उत्पादों और लौह अयस्क पर निर्यात शुल्क वापस लेने के फैसले का हम स्वागत करते हैं. भारत लौह अयस्क से समृद्ध है और इस वजह से देश के पास बड़ा अवसर है.
रिपोर्ट- अशोक झा