Bihar Politics: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस रविवार को कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. यहां उनके साथ वैशाली सांसद, रालोजपा केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की अध्यक्ष वीणा देवी एवं पार्टी के दर्जनों नेता मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने भाजपा उम्मीदवार केदार गुप्ता के पक्ष में कई इलाकों में जनसंपर्क अभियान चलाया.
जनसंपर्क अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कुढ़नी पंचायत, लदौरा पकड़ी गांव, चक्की मरीचा गांव समेत दर्जनों गांवों में जनसंपर्क करते हुए जनसभा को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में 16-16 साल कुल मिलाकर 32 साल राजद के लालू -राबड़ी और जदयू के नीतीश कुमार की सरकार है. ये तीनों नेता 32 साल से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे हैं, लेकिन बिहार में जो विकास होना चाहिये और बिहार में उद्योगों का स्थापना होना चाहिये थे. वह नहीं हुआ. बेरोजगारों को रोजगार देने और पलायान की समस्या को रोकने के लिए जो काम राज्य सरकार को करना चाहिये थे, इसके लिए कोई भी ठोस कदम और मजबूत निर्णय 32 साल में इन तीनों नेताओं ने आज तक नहीं उठाया.
पशुपति पारस ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी आज तक बिहार में एक भी चुनाव नहीं जीत पाये है. वे बिहार में किस गठबंधन के हिस्सा हैं पहले वे इस बात को स्पष्ट करें. कहीं न कहीं मुकेश सहनी महागठबंधन के इशारे पर महागठबंधन उम्मीदवार को मदद करने और एनडीए का वोट काटने के लिए कुढनी के रण में कूदे हैं. लेकिन कुढ़नी की मतदाता काफी समझदार और सुझबूझ के साथ मुकेश सहनी के चाल को समझ रही है. यहां के लोग पूरी मजबूती से एनडीए को वोट करेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग काफी जागरूक हैं, वे अपने एक-एक वोट का कीमत समझते हैं.
पशुपति कुमार पारस के साथ आज जनसंपर्क एवं प्रचार अभियान में राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल, राष्ट्रीय महासचिव रामजी सिंह, प्रधान महासचिव केशव सिंह, दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष अम्बिका प्रसाद बिनू, दलित सेना के प्रधान महासचिव घनश्याम कुमार दाहा, राष्ट्रीय महासचिव ब्रहमदेव राय, महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. स्मिता शर्मा, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, रंजीत पासवान, शिवनाथ पासवान, राजेश सिंह, अवधेश पासवान, जयप्रकाश नकूल, पारसनाथ गुप्ता, रणजीत कुमार, कामेश्वर प्रसाद सिंह, पप्पू सिंह, मनोज कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, निरंजन सिंह, विनय पासवान, पप्पू पासवान, दुखित पासवान सहित कई नेतागण मौजूद रहे.