अरवल. मनरेगा का उद्देश्य अधिक से अधिक मजदूरों को काम देना है. मनरेगा के कार्यों को और गति देने के लिए हर पंचायत में 10-10 मनरेगा मेट का चयन किया जायेगा. जिसको लेकर ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव ने जिला पदाधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी उप विकास आयुक्त को पत्र लिखा है. जिसमे कहा गया है कि महात्मा गांधी मार्गदर्शिका, 2013 एवं मास्टर सर्कुलर 2021-22 में मनरेगा के क्रियान्वयन में मेट व्यवस्था का प्रावधान के आलोक में मनरेगा योजना के कार्यान्वयन में श्रमिक, श्रमिक समूहों के माध्यम से रोजगार की मांग को प्रभावी बनाने मांग के आधार पर आवंटित कार्य की ससमय सूचना मजदूर को देने तथा ससमय मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करने में मेट की व्यवस्था नियुक्ति करने से संबंधित दिशा-निर्देश तैयार की गयी है. जो इस पत्र के साथ संलग्न की गयी है.
पत्र के साथ संलग्न महात्मा गांधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन हेतु मेट नीति से संबंधित दिशा निर्देश के आलोक में अपने जिलान्तर्गत मेट की व्यवस्था नियुक्ति करना है. मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र कुमार पाठक ने कहा कि इसके लिए संबंधित पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक को आदेश दे दिया गया है. जिला मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि जीविका ग्राम संगठन से जुड़ी जीविका दीदी व दलित परिवार को प्राथमिकता दी जाएंगी. लिखने-पढ़ने का ज्ञान रखने वाली जीविका दीदियां अपने जीविका कार्यालय में आवेदन कर सकती हैं. इसी प्रकार, पढ़े-लिखे दलित परिवार के युवक पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक या मुखिया के यहां आवेदन दे सकते हैं. विभागीय आदेश के अनुसार पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर चयन होना है.
ग्राम संगठन के साथ-साथ ग्राम सभा में भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा. मेट का चयन ग्राम सभा द्वारा किया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक राजस्व ग्राम से महिला ट्रांसजेंडर दिव्यांग व्यक्तियों के मेट पैनल बनाने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा. तथा ग्राम सभा मे मेट के चयन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी. इससे सम्बंधित सूचना ग्राम पंचायत कार्यालय प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यालय में प्रकाशित किया जाएगा. प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका की सहायता से जीविका संकुल स्तरीय संघ तथा ग्राम संगठन में भी इसका प्रचार प्रसार कराया जाएगा.
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चयनित मजदूर को प्रतिदिन 220 रुपये मजदूरी का भुगतान किया जाएगा. मजदूरों की हाजिरी बनाना कार्य की नापी जैसे कार्यों मेट को करना होगा. मजदूरों से कार्य लिये जाने का दायित्व भी उसी का होगा. मजदूरों को एक दिन की मजदूरी 210 रुपये है. वहीं मेट चयन के लिए ग्रामीण विभाग ने पैनल तैयार किया है. पैनल 100 अंकों में बांटा गया है. जीविका स्वयं सहायता समूह से नामित महिला सदस्य 25, दिव्यांग ट्रांसजेंडर 18, महिला मुखिया परिवार 10 मनरेगा कार्य का अनुभव पर 20, अनुसूचित जाति जन जाति 10 अंक निर्धारित किया गया है.