पटना. ठंड बढ़ने के साथ ही शहर में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने लगी है. नवंबर माह के मध्य के बाद से लगातार प्रदूषण की स्थिति खराब होती जा रही है. न सिर्फ पीएम 10 और पीएम 2.5 का लेवल बढ़ रहा है. जबकि, कुछ जगहों पर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड का स्तर सामान्य से अधिक चल रहा है. शनिवार को राजधानी का एक्यूआइ 341 दर्ज किया गया. वहीं समनपुरा में धुलकण की मात्रा सबसे अधिक पीएम 10- 483 रिकॉर्ड किया गया. वहीं मुरादपुर यानी अशोक राजपथ में जहरीली गैस एनओटू सबसे अधिक 177 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया.
स्थान पीएम 2.5 पीएम 10 एनओटू
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दानापुर 372 402 138
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शेखपुरा 368 293 23
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मुदारपुर 350 500 177
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राजवंशी नगर 385 298 162
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समनपुरा 429 483 37
शहर में एयर क्वालिटी के बारे में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए पांच जगहों पर इन्वायरमेंट सेंसर लगाये गये हैं. पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से एसएसपी परिसर, जेपी गोलंबर, डाकबंगला चौराहा, एएन कॉलेज और पाटलिपुत्र गोलंबर पर सेंसर लगाये गये हैं. इससे शहर में वायु प्रदूषण के स्तर का पता चलेगा. उच्च क्षमता वाले इन सेंसरों के माध्यम से हर सेकंड पता चल सकेगा कि कहां और किस प्रकार का प्रदूषण शहर की हवाओं में जहर घोल रहा है. इस प्रकार की मशीन का उपयोग दिल्ली, इलाहाबाद, झांसी और रांची आदि शहरों में किया जा रहा है.
नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि इन्वायरमेंट सेंसर की मदद से रोजाना वायु प्रदूषण का आकलन हो सकेगा. इससे पता लग सकेगा कि शहर के पर्यावरण में तापमान, हवा की गति, हवा की दिशा, आर्द्रता, वर्षा, वायु गुणवत्ता सूचकांक, धूलकण,कार्बन मोनो आक्साइड, ऑक्सीजन, कार्बन डाई आक्साइड, सल्फर डाई आक्साइड, नाइट्रोजन, ओजोन आदि कितना है. इसकी पल-पल की जांच की जायेगी. इन्वायरमेंट सेंसर मशीन स्थापित की गयी है. पटना स्मार्ट सिटी परिसर स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर में शहर की पांचों जगहों पर लगे इन्वायमेंट सेंसर से एयर क्वालिटी की मॉनिटरिंग की जा रही है. इसमें शहर के एयर क्वालिटी के बारे में जानकारी मिल रही है.