सोनपुर मेला के पर्यटन विभाग पंडाल के कला मंच पर शुक्रवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया था. पर्यटन विभाग के मंच पर काव्यपाठ शुरू होता उससे पहले विवाद हो गया. आयोजकों ने चर्चित कवयित्री डॉ अनामिका अंबर जैन को काव्यपाठ करने से रोक दिया. जिससे सम्मेलन में शामिल होने आए अन्य कवियों ने दिनकर, रेणु की धरती पर देश के कवियों-साहित्यकारों का अपमान बताकर कार्यक्रम का ही बहिष्कार कर दिया. जिला प्रशासन ने आमंत्रित कवियों को उनका निर्धारित भुगतान कर वापस भेज दिया.
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पर्यटन विभाग के मंच पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था. कवियों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. कवियों की टोली मंच पर विराजमान होने वाली ही थी कि आयोजकों की ओर से कार्यक्रम को कोऑडिनेट कर रहे संजीव मुकेश को एंकर ने बताया कि आदेश है कि अनामिका अंबर जैन को छोड़ बाकी कवि काव्यपाठ करेंगे. इससे सभी कवि गुस्सा गये. वहीं कायक्रम के संयोजक कवि संजीव मुकेश ने अपने आमंत्रण पर बुलाए अतिथि कवि को कविता पाठ से रोकने पर गहरा दुख व्यक्त किया और मंच पर न जाने के लिए खेद भी व्यक्त किया.
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अनामिका जैन ने कहा कि बिहार की धरती राष्ट्रकवि दिनकर की धरती से बिना कविता पाठ के लौटना हमारे लिए बड़ी अपमान है. ज्ञान की धरती है. बुद्ध की धरती है. यहां से बिना कविता पाठ के लौटना ज्ञान का अपमान है. दिल्ली की सुबह की फ्लाइट से पटना पहुंची थी. एका एक हमारे संयोजक कवि संजीव मुकेश को बुलाकर कहा गया कि अनामिका अंबर जैन का परफॉर्मेस नहीं होगा. बाकि कवि अपनी कविता पाठ करेंगे. इससे पूरी टीम ने काव्यपाठ से मना कर दिया.