पटना ( राजदेव पांडेय ). 9360 उच्च माध्यमिक स्कूलों (कक्षा 11 और 12 ) के लिए प्रस्तावित सातवें चरण के शिक्षक नियोजन में शिक्षकों की कमी की पूर्ति शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीइटी) कराये बिना संभव नहीं दिखी रही है. दरअसल, प्रदेश के उच्च माध्यमिक स्कूलों में कुल रिक्तियां 98989 हैं. इनको भरने की रेस में केवल 26687 अभ्यर्थी ही होंगे. ये अभ्यर्थी एसटीइटी 2019 में पास हुए थे. जानकारों के मुताबिक अगर बिना एसटीइटी कराये सातवें चरण का शिक्षक नियोजन लाया गया तो बमुश्किल से 10 हजार नियुक्तियां हो सकेंगी.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक कृषि, वाणिज्य व कला संकाय के आठ विषयों में शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीइटी) पास अभ्यर्थी ही नहीं हैं. वहीं, विज्ञान संकाय में भौतिकी, रसायन और गणित में रिक्तियों के अनुपात में एसटीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बेहद कम हैं. सातवें चरण में कृषि और वाणिज्य संकाय के कुछ विषयों की रिक्तियां निकाली जानी हैं. कृषि की पढ़ाई 36 विद्यालयों में करायी जानी है. इसके लिए 76 शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है.
वाणिज्य संकाय में बिजनेस स्टडी, एकाउन्टेंसी व इंटर्नशिप जैसे विषयों में कुल सृजित पदों की संख्या 1066 है. इनमें 1060 पद रिक्त हैं. यह पद बिना एसटीइटी कराए भरा जाना संभव ही नहीं है. कॉमर्स में एसटीइटी कराने के आदेश हाइकोर्ट ने भी दिये हैं. वहीं, विज्ञान संकाय में भौतिक विज्ञान की रिक्तियां 3273 हैं. इस विषय में एसटीइटी पास अभ्यर्थियों की संख्या केवल 814 है. रसायन विज्ञान में 3127 रिक्तियों के अनुपात में केवल 1104 और गणित में 2897 रिक्ति के अनुपात में 2098 एसटीइटी पास अभ्यर्थी ही हैं.
भाषा समूह मसलन हिंदी, उर्दू, संस्कृत ,बंगला, मैथिली, मगही, अरबी, फारसी, भोजपुरी, पाली, प्राकृत में कुल रिक्तियां 16911 हैं. जबकि भाषा विषयों में अंग्रेजी में एसटीइटी पास अभ्यर्थियों की संख्या 2693 और मैथिली में 53 है. शेष भाषाओं में एक भी एसटीइटी पास अभ्यर्थी नहीं हैं. उच्च माध्यमिक स्कूलों में कला संकाय के राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान, भूगोल, मनोविज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र और दर्शनशास्त्र में कुल 69713 रिक्तियां हैं. इसी तरह लाइब्रेरियन की रिक्तियां 7519 है. इसमें एसटीइटी पास अभ्यर्थी नहीं हैं. केवल कंप्यूटर विज्ञान ही ऐसा विषय है, जिसमें रिक्तियां 1601 हैं. जबकि एसटीइटी पास की संख्या इससे कई गुना अधिक 17034 है. फिलहाल सरकार पर दबाव है कि सातवां चरण घोषित किया जाये. बात अब एसटीइटी कराने पर टिकी है.