पटना. पटना हाइकोर्ट पेपरलेस कोर्ट बनने की दिशा में अग्रसर हो गया है. पटना हाइकोर्ट में चार पेपरलेस बेंच का उद्घाटन गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एम आर शाह ने वर्चुअल माध्यम से किया. जस्टिस शाह ने जस्टिस क्लॉक व ई- जस्टिस ब्लॉक का भी उद्घाटन किया. इस अवसर पर हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल समेत अन्य जज भी उपस्थित थे.
जस्टिस शाह ने महिलाओं के विरुद्ध यौन उत्पीड़न रोकने के लिए वेबसाइट, क्रेच ( शिशु गृह- एक से आठ वर्ष के बच्चों के लिए) शी- बॉक्स और बिहार के 29 जिलों एक अनुमंडल तथा एक पंचायत में ई सेवा केंद्र का उद्घाटन भी किया. मुख्य न्यायाधीश संजय करोल के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट इ-कमेटी की दृष्टि के साथ तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए समाज के सभी लोगों तक न्याय पहुंचाने के लिए समर्पित है.
गुरुवार से जस्टिस ए अमानुल्लाह, जस्टिस आशुतोष कुमार, जस्टिस मधुरेश प्रसाद व जस्टिस मोहित कुमार साह का कोर्ट पेपर लेस कोर्ट की तरह भी काम करना आरंभ कर चुका है. इ-सेवा केंद्रों के जरिए केस की स्थिति फैसले और आदेश की प्रति और अभिप्रमाणित प्रति के लिए ऑनलाइन आवेदन देने के अलावा फ्री लीगल सहयोग लेने के लिए लोगों को गाइड किया जायेगा. जस्टिस ब्लाॅक न्याय पद्धति में पारदर्शिता को बढ़ायेगा.
जस्टिस ब्लॉक को इ-सेवा केंद्रों के पास लगाया गया है, जिसे पटना हाइकोर्ट के गेट नंबर 3 से देखा जा सकता है. कार्यस्थल पर महिलाओं से जुड़े यौन उत्पीड़न की शिकायत ऑनलाइन करने की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए हाइकोर्टमें 14 शिकायत पेटी भी लगायी गयी है. कार्यक्रम में स्वागत भाषण जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह और समापन भाषण जस्टिस ए अमानुल्लाह ने दिया.