झारखंड सहित देश के तीन राज्यों में खसरे का खतरा मंडराने लगा है. इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने अपनी एक हाई लेवल टीम को इन राज्यों में तैनात किया है. तीन राज्यों के खास शहरों को चिन्हित किया गया है, जहां केंद्र की टीम मामले की जांच करेगी.
झारखंड की राजधानी रांची सहित तीन राज्यों के इन शहरों में पहुंची केंद्र की टीम
झारखंड सहित देश के तीन राज्यों में केंद्र की टीम पहुंची है. जिसमें झारखंड की राजधानी रांची, गुजरात की राजधानी अहमदाबाद और केरल का मलप्पुरम शामिल है.
Centre deploys High-Level teams to Ranchi in Jharkhand, Ahmedabad in Gujarat & Malappuram in Kerala to assess & manage an increase in the number of Measles cases among children
— ANI (@ANI) November 23, 2022
केंद्र की टीम खसरे की स्थिति का करेगी जांच
केंद्र सरकार ने झारखंड, गुजरात और केरल में अपनी स्पेशल टीम को तैनात कर दी है, जो इन जगहों पर बच्चों में खसरे के खतरे, मामले में बढ़ोतरी की जांच करेगी. इसके अलावा टीम खसरे से बचाव के लिए भी काम करेगी.
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क्या है खसरा और कितना है इससे खतरा
खसरा या चेचक एक संक्रामक बीमारी है. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी आसानी से फैल सकता है. खसरा होने पर पूरे शरीर में लाल चकते उभर आते हैं. खसरा होने पर शुरुआत में सिर पर लाल दाने दिखने लगते हैं. उसके बाद धीरे-धीरे पूरे शरीर में यह फैल जाता है. मामलू हो खसरा को रूबेला भी कहा जाता है. खसरा केवल मनुष्यों में होता है, जो अन्य जीवों में नहीं फैलता है. यह अनुवांशिक रोग भी हो सकता है. एक रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा समय में 6 प्रकार के अनुवांशिक खसरा रोग हैं.
क्या है खसरे का लक्षण
खसरा होने पर सामान्य से तेज बुखार, सूखी खांसी, लगातार नाक बहना, गले में खरास, आंखों में सूजन जैसे लक्षण दिखायी देते हैं. शरीर पर लाल चकता दिखना इसका सामान्य लक्षण है.
इन्हें खसरे से अधिक खतरा
खसरा खासकर वैसे लोगों को होता है, जिसने इसका टीका नहीं लिया. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय यात्रा भी इसका कारक बन सकता है. विटामिल ए की कमी से भी खसरा होने का खतरा रहता है. पांच साल से कम उम्र के बच्चों को खसरा अपनी चपेट में लेता है. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं में भी खसरा होने की अधिक संभावना होती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से भी खसरे का खतरा बढ़ जाता है.