IIT पटना के छात्र अब जल्द ही बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) के साथ-साथ मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) की पढ़ाई भी कर सकते हैं. नये सत्र से ही आइआइटी पटना में डुअल डिग्री शुरू हो जायेगा. डुअल डिग्री शुरू करने के लिए मंगलवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (नीटी) मुंबई के साथ आइआइटी पटना ने एमओयू साइन किया है.
आइआइटी के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने कहा कि इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री प्रोग्राम पांच साल की अवधि का होगा. यह आइआइटी पटना और नीटी मुंबई के परिसर में पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम होगा. इच्छुक और योग्य स्टूडेंट्स बीटेक कोर्स वर्क के साथ-साथ तीसरे वर्ष से आवश्यक कोर्स वर्क शुरू करेंगे.
अंतिम सेमेस्टर (आठवें सेमेस्टर) में स्टूडेंट्स अगले 18 महीनों में कार्यक्रम को पूरा करने के लिए नीटी मुंबई के परिसर में जा सकेंगे. बीटेक और एमबीए की डिग्री आइआइटी पटना देगा. छात्र एमबीए के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं. स्टूडेंट्स मार्केटिंग, बिजनेस, फाइनांस, प्रोजेक्ट एनालिटिक्स, नवाचार और उद्यमिता के साथ-साथ 10 अलग-अलग क्षेत्रों की विशेषता हासिल कर सकेंगे. समझौता ज्ञापन के अनुसार दोनों संस्थान अपनी-अपनी क्षमता के आधार पर स्टूडेंट्स को प्रशिक्षित करेंगे.
प्रो टीएन सिंह ने कहा कि आइआइटी पटना वर्तमान में इंजीनियरिंग और विज्ञान में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम चला रहा है. इस सहयोग का उद्देश्य बाजार के अन्य जरूरतों को पूरा करना है. स्टूडेंट्स के बीच तकनीकी-प्रबंधकीय क्षमता विकसित करना है. स्टूडेंट्स तकनीकी संस्थानों में तकनीकी विषयों में और नीटी मुंबई में प्रबंधकीय कौशल में अपने कौशल का विकास करेंगे. इसके बाद ये सभी स्टूडेंट्स व्यापार जगत और बाजार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की बढ़ती मांग पर काम करेंगे. इसी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री शुरू किया जायेगा.
Also Read: IIT पटना के नौ शोधार्थियों का प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप के लिए चयन, 10 लाख रुपये तक का मिलेगा अनुदान
NITIE को लगातार भारत के शीर्ष बी-स्कूलों में स्थान मिला है. नीटी देश की बढ़ती इंजीनियरिंग और प्रबंधन की जरूरतों को पूरा करने के लिए कुशल पेशेवरों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है. राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरिंग संस्थान को शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान को बढ़ावा देने के लिए नोडल हब के रूप में नामित किया गया है.