पटना. पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव संपन्न हो चुका है. इसका परिणाम भी जारी कर दिया गया है. चुनाव में हार को लेकर जन अधिकार छात्र परिषद का संगठन हार की समीक्षा में जुट गया है. पार्टी कार्यालय में ‘जाप’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव, प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा की उपस्थिति में जन अधिकार छात्र परिषद की समीक्षा बैठक हुई.
पप्पू यादव ने कहा कि जन अधिकार छात्र परिषद पटना विश्वविद्यालय के छात्रों के हितों में लगातार लड़ाइयां लड़ी है. इस चुनाव में सत्तारूढ़ दल जदयू की छात्र इकाई ने धनबल का प्रयोग किया जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए घातक है. सत्तारूढ़ दल जदयू ने छात्रों को गुमराह किया और धनबल, प्रशासनिक दुरुपयोग कर इस चुनाव में जीत हासिल की. जन अधिकार छात्र परिषद हमेशा से छात्रों के मुद्दे को मुखर ढंग से उठाता रहा है और आगे भी उठाता रहेगा.
वहीं, पप्पू यादव ने सभी सदस्यों से हार के वजह पर चर्चा की. सभी सदस्यों ने खराब प्रदर्शन के कारणों को राष्ट्रीय अध्यक्ष से अवगत कराया. पीयू में जन अधिकार छात्र परिषद के हार के बाद छात्र परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रौशन शर्मा ने नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे दिया. जिसे प्रदेश अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया. इस समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, छात्र परिषद के अध्यक्ष रोशन शर्मा ,पूर्व पटना यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष मनीष यादव और छात्र नेता दीपांकर, सहित कई सदस्य शामिल हुए.
बता दें कि अध्यक्ष पद पर छात्र जदयू के आनंद मोहन चुनाव जीते हैं. आनंद 1193 वोट से चुनाव जीते हैं. आनंद मोहन को 3710 और शाश्वत शेखर को 2517 वोट मिले. इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद छात्र जदयू के विक्रमादित्य सिंह 1329 वोट से जीते. विक्रमादित्य को 4055 वोट व प्रतिभा को 2726 वोट मिलें. संयुक्त सचिव पद पर छात्र जदयू की संध्या कुमारी 2062 वोट से जीती. संध्या को 4787 वोट मिले और एबीवीपी के रवि करण को 2725 वोट प्राप्त हुआ. कोषाध्यक्ष पद पर छात्र जदयू के रविकांत 964 वोट से जीते. रविकांत को 4006 वोट व एबीवीपी के वैभव को 3042 वोट प्राप्त हुए. महासचिव पद पर एबीवीपी के विपुल चुनाव जीते.