कोच्चि : केरल पुलिस ने नाबालिग से यौन उत्पीड़न के एक मामले में सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य समेत तीन शिक्षकों को गिरफ्तार किया है. इन सभी आरोपियों को पुलिस ने पॉक्सो एक्ट तहत मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, केरल पुलिस ने सोमवार को पड़ोसी तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के नागरकोइल से गिरफ्तार किया है. आरोप है कि केरल के एर्नाकुलम जिले के थ्रिप्पुनिथुरा थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के ये तीनों शिक्षक घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए थे और कन्याकुमारी के नागरकोइल में छिपे हुए थे.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, केरल पुलिस ने पिछले सोमवार को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को पिछले सप्ताह अपनी प्लस-वन की छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया. पुलिस ने मंगलवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि इसके अलावा, स्कूल के प्रधानाध्यापक और दो अन्य शिक्षकों को भी सोमवार को ही पुलिस को घटना की सूचना समय पर नहीं देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कहा कि इन सभी को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों में से एक किरण करुणाकरन को केरल पुलिस तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के नागरकोइल से गिरफ्तार किया गया, जहां वह 16 नवंबर को अपराध करने के बाद से छिपा हुआ था. रिपोर्ट के अनुसार, केरल के एर्नाकुलम जिले के थ्रिप्पुनिथुरा पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले इलाके में बुधवार को छात्रा का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था, जब वह उसकी शिक्षिका किरण करुणाकरण स्कूल के साथ कला उत्सव से लौटते समय अपनी बाइक पर यात्रा कर रही थी.
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को मामले की सूचना नहीं देने के लिए स्कूल की प्रिंसिपल शिवकला और दो शिक्षिकाओं शैलजा और जोसेफ को भी गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही, पुलिस ने दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया, जिन्होंने एर्नाकुलम जिले के पट्टीमट्टम के मूल निवासी मुख्य आरोपी किरण करुणाकरन को छिपाने में मदद की थी. इसके अलावा, पुलिस ने मुख्य आरोपी की कार को भी जब्त कर लिया, जिसे उसने अपराध करने के बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए छुपाया था.