Chit fund Company In Bihar: बिहार में बीते कुछ वर्षों में चिटफंड कंपनियों से जुड़े कई मामले सामने आए हैं. लोग जल्द पैसे दो-गुना करने के चक्कर में इन कंपननियों में अपनी जीवन भर की जमा पूंजी को जमा कराते हैं, लेकिन इसके बाद कंपनियां फरार हो जाती है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में कई कंपनियों के दफ्तार बंद हो गये हैं, इनके डायरेक्टर लापता है. सूबे के तकरीबन हर थाने में ऐसे दजर्नों मामले पड़े हुए हैं. ताजा मामला गोपालगंज जिला से सामने आया है. यहां मुनाफा देने और ऋण मुहैया कराने के नाम पर चिटफंड कंपनी ने सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बनाया है.
जिले में चिटफंड कंपनी का शिकार होने के बाद सैकड़ों लोग सोमवार को अलग-अलग पंचायत से जिला समाहरणालय पहुंचे. लोगों ने बताया कि पीएसीएल चिटफंड कंपनी में उन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई जमा करायी थी. ये कंपनी अब कार्यालय को बंद करकर फरार हो गयी है. लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी को एक ज्ञापन सौंपकर उनकी जामा पूंजी को वापस दिलाने की गुहार लगायी है.
कलेक्ट्रेट परिसर ठगी के शिकार हुए जमाकर्ताओं ने बताया कि अधिक मुनाफा के चक्कर में आकर उन्होंने एजेंट्स के कहने पर खून पसीने से कमाई हुई धनराशि को पीएसीएल में जमा कर दिया था. कुछ दिनों तक तो यह कंपनियां समय-समय पर पैसे वापस करती रहीं, लेकिन अचानक लोगों का गाढ़ी कमाई लेकर भाग खड़ी हुईं. जिसके बाद से वे दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. लेकिन इंसाफ नहीं मिला पा रहा है.
वहीं, ज्ञापन लेने के बाद डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि पीएसीएल नामक चिटफंड कंपनी लोगों की धनराशि को लेकर भागी है. पीड़ितों से ज्ञापन ले लिया गया है. लोगों की हर संभव सहायता की जाएगी.