अरवल. बिहार पुलिस पहले कुख्यात को गिरफ्तार करती है, फिर थाने से ही उसे रिहा भी कर देती है. जी हां, ऐसा ही कुछ बिहार के अरवल में देखने को मिला है. भोजपुर की पुलिस जिस वांटेड की खोज में दर दर भटक रही है अरवल पुलिस ने पहले उसे पकड़ा, लेकिन कुछ देर बाद ही बिना कोर्ट में पेश किये उसे थाने से ही छोड़ दिया. अब जब यह मामला प्रकाश में आया है तो अब थाना प्रभारी के खिलाफ एएसपी ने स्टेशन डायरी में एंट्री की है. इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय को दे दी है.
पुलिस सूत्रों से माने तो 16 नवंबर को वाहन चेकिंग के दौरान अरवल पुलिस ने 3 लोगों को बिना नंबर के मोटरसाइकिल के साथ पकड़ा था. जांच के दौरान पता चला कि मोटरसाइकिल चोरी की है. पूछताछ में यह भी पता चला कि पकड़े गये तीन लोगों में से एक कुख्यात अपराधी अंकित पांडेय है. वह मूल रूप से कोईलवर थाने के पचरूखिया कला गांव का निवासी है. अंकित पांडेय कमालुचक दोहरे हत्याकांड में पहले से वांटेड है.
उस पर करीब 19 से अधिक अवैध बालू खनन व आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बाबजूद अरवल पुलिस ने उसे बिना पूछताछ और कोर्ट में पेश किये थाने से ही छोड़ दिया. जब इसकी सूचना एएसपी रौशन कुमार को मिली तो उन्होंने तत्काल अरवलथाना पहुंचकर प्रभारी थाना प्रभारी अर्जुन प्रसाद के खिलाफ स्टेशन डायरी में एंट्री कर दी है. मामले के तूल पकड़ने पर अरवल पुलिस अंकित की गिरफ्तारी के लिए भोजपुरी में छापेमारी शुरू कर दी है. लेकिन, अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
अंकित बालू माफिया सत्येंद्र पांडे का बेटा है, जिसकी तलाश भोजपुरी पुलिस तलाश कर रही है. बहरहाल बाप- बेटा दोनों फरार हैं. अरवल पुलिस के खिलाफ भोजपुर पुलिस ने रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी है. इधर अरवल एसपी ने कहा कि उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. यह पूछने पर जिस पदाधिकारी से इस प्रकार की गलती हुई है क्या उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे, अरवाल एसपी ने इस पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.