पटना. सीबीआई, ईडी और आईटी को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इसको लेकर पीएम नरेद्र मोदी पर निशाना साधा था. वहीं, इस बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राजद के अन्य नेता और जदयू के नेताओं द्वारा बार-बार संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाया जा रहा है. लगातार उनके विरूद्ध अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया जा रहा है.
विजय सिन्हा ने कहा कि राजद ने वर्षों से अपराध, और भ्रष्टाचार को बिहार में बढ़ावा देकर आतंक का राज्य स्थापित कर दिया. राजद के है तीन जमाई- आतंकवादी अपराधी और भ्रष्टाचारी. इन्हीं तीनों को खोजने भारत माता के तीन सपूत सीबीआई, ईडी और आईटी को घर मे घूसकर पकड़ने जाना पड़ता है. ऐसे लोगों से किसी को सहानभुति नही रखनी चाहिए. जदयू के साथ राजद की सत्ता में वापसी के बाद से बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. हत्या, लूट और डकैती अब आम बात हो गई है. लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजद सुप्रीमो स्वयं सजायाफ्ता है और जेल से निकलने के बाद बेल पर हैं. उपमुख्यमंत्री सहित परिवार के अनेक लोग पर जांच एजेंसियों द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है. यह सभी बेल पर चल रहे हैं लेकिन इसके बावजूद अपराधी एवं भ्रष्टाचारी को प्रोत्साहन देने में लगे हैं. अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि नीतीश कुमार राजद के साथ मिलकर राज्य को अपराध एवं भ्रष्टाचार के दलदल में ढकेल रहे हैं. राज्य में अधिकारीगण निरंकुश हो गये हैं और जनता का काम बिना घूस दिए नहीं हो रहा है. वहीं, उन्होंने आगे कहा कि यदि राजद और जदयू में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो इन्हें संविधानिक संस्थानों को अपमानित करने से बचना चाहिए.