Agra News: ताजनगरी के एत्मादपुर क्षेत्र में रिफाइंड, डिटर्जेंट और सिंथेटिक पाउडर से नकली दूध बनाने का काम किया जा रहा था. जिसकी सूचना एफएसडीए को मिली थी. सूचना के आधार पर एफएसडीए की टीम ने बिहारीपुर गांव में राजेंद्र सिंह की डेरी पर छापामार कार्रवाई की. जहां पर टीम को अज्ञात रासायनिक पदार्थ मिले और कई ड्रम मिले जिनमें कृतम् दूध भरा हुआ था. टीम ने इन सभी को जब्त कर लिया है और दूध के नमूने ले लिए. खाद सुरक्षा अधिकारी ने दो आरोपियों के खिलाफ एत्मादपुर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है.
मिली जानकारी के अनुसार एत्मादपुर क्षेत्र के बिहारीपुर गांव में कृत्रिम दूध बनाए जाने की सूचना खाद्य विभाग को मिल रही थी. सूचना के आधार पर खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त आगरा मंडल के निर्देशन में सहायक आयुक्त का द्वितीय अमित कुमार सिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत गुप्ता, शैलेंद्र कुमार पांडे व अन्य लोगों के साथ डेयरी पर छापा मारा गया. टीम को डेरी पर मुकेश सिंह नाम का व्यक्ति मिला जिसे टीम ने अपने गिरफ्त में ले लिया.
घटनास्थल पर टीम को 4 ड्रम भी मिले हैं जिसमें 650 लीटर केमिकल मिला हुआ दूध मिला. वहीं जब टीम मौके पर पहुंची तो मुकेश एक कटे हुए ड्रम में सफेद रंग के पदार्थ को पानी में मिलाकर प्लंज से चला रहा था. टीम द्वारा की गई कार्रवाई के बाद क्षेत्रीय लोगों की भीड़ भी मौके पर बढ़ने लगी ऐसे में पुलिस को भी टीम ने मौके पर बुला लिया.
टीम ने बताया कि मौके पर करीब 6 किलोग्राम माल्टोडेक्सट्रिन पाउडर, दो लीटर रिफाइंड सोयाबीन ऑयल, एक किलो लिक्विड केमिकल, पांच किलो अज्ञात रासायनिक पदार्थ और चार किलो अज्ञात रासायनिक पदार्थ लाल केन में मिला. टीम ने मौजूद दूध के नमूने लिए और इसे जब्त कर दिया है.
मौके पर कुछ दूध ऐसा भी था जिसमें कीड़े व मक्खियां पनप रहे थे. ऐसे 650 लीटर मिश्रित दूध की टीम ने मौके पर ही नष्ट कर दिया और जो भी सैंपल मिले हुए हैं. उन सभी को जांच के लिए लैब दिया गया है. मौके से गिरफ्तार मुकेश को पुलिस अपने साथ पूछताछ के लिए थाने ले गई है. बताया जा रहा है कि गायों में फैल रही लंपी बीमारी के चलते दूध की आपूर्ति कम हो गई थी. ऐसे में इन लोगों ने इस मिश्रित दूध से बने उत्पाद और दूध का बाजार में भारी मात्रा में आयात करना शुरू कर दिया था.
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत