Kudhani by-election Bihar: बिहार में मोकामा और गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव संपन्न होने के बाद अब मुजफ्फरपुर जिले में कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गयी है. बीजेपी और महगठबंधन ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया. इन सब के बीच अब सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी पार्टी के प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया है.
बता दें कि वाआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने इस बार एक बड़ा दांव खेला है. उन्होनें भूमिहार समाज से आने वाले नीलाभ कुमार को प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया है. नीलाभ कुमार को टिकट देने के बाद अब यह तो साफ हो गया है कि गोपालगंज और मोकामा विधानसभा उपचुनाव में साइलेंट रहने वाले वीआईपी प्रमुख ने इस बार कुढ़नी में बीजेपी और जेडीयू दोनों का खेल बिगाड़ने की प्लानिंग कर ली है.
बता दें कि नीलाभ कुमार चार बार विधायक रह चुके साधु शरण शाही के पोते हैं. शाही चार बार के विधायक रहे थे और कुढ़नी से वर्ष 1990 में भूमिहार जाति से जीतने वाले आखिरी विधायक रहे. चूंकि नीलाभ कुमार भूमिहार समाज से आते हैं. सियासी जानकारों का कहना है कि भूमिहार जाति बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है.
वीआईपी पार्टी के प्रत्याशी नीलाभ कुमार अब उसमें सेंध लगाएंगे. इसके अलावे कुढ़नी में सहनी और कुशवाहा जाति के मतदाताओं की संख्या भी बहुतायात में है. ऐसे में नीलाभ महागठबंधन के वोट बैंक में भी बड़ा सेंध लगा सकते हैं. राजनीति के जानकारों का मानना है कि मुकेश सहनी ने यहां बड़ा दांव खेलकर बीजेपी और महागठबंधन दोनों की टेंशन को बढ़ा दिया है.
वहीं, बीजेपी ने कुढ़नी से केदार गुप्ता पर बड़ा दांव खेला है. केदार गुप्ता वैश्य समाज से आते हैं. जबकि जदयू ने पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा को टिकट दिया है. अब मुकेश सहनी ने भूमिहार जाति के नीलाभ कुमार को टिकट देकर दोनों दलों के टेंशन को बढ़ा दिया है.
बता दें कि कुढ़नी विधानसभा सीट पर आगामी 5 दिसंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी. जबकि नामांकन की अंतिम तिथि 17 नवंबर है, वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी. बताते चलें कि राजद विधायक अनिल सहनी को एलटीसी घोटाले में सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी. इस वजह से यह सीट खाली हुई थी. जिस पर अब उपचुनाव होने वाले हैं.