Jharkhand Tourism: प्रकृति के गोद में बसा कबूतरी पहाड़ी आज भी लोगों को आकर्षित करता है. गिरिडीह के तिसरी प्रखंड मुख्यालय से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह प्रमुख धार्मिक स्थल है. हरे-भरे जंगलों के बीच कबूतरी पहाड़ी की खोह में स्थित शिवलिंग का दृश्य देखते ही बनता है. पहाड़ी के ठीक नीचे नदी बहती है, जो लोगों को लुभाता है. कार्तिक पूर्णिमा में यहां मेला लगता है. श्रद्धालुओं की मानें, तो यहां कई बार नाग देवता का दर्शन भी हुआ है. सच्चे मन से पूजा करने पर मनोकामना भी पूरी होती है.
कबूतरी पहाड़ी को विकसित करने की उठी मांग
कबूतरी पहाड़ी पर स्थित शिवलिंग पर सावन माह और कार्तिक पूर्णिमा समेत अन्य पर्व-त्योहार में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. स्थानीय ग्रामीणों एवं श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस क्षेत्र को समुचित तरीके से विकसित करने की मांग की है.
आपरूपी मिला था शिवलिंग
वर्षों पूर्व एक पहाड़ी के खोह में यहां आपरूपी शिवलिंग मिला था. इसके बाद यह स्थल कबूतरानाथ बाबा के नाम से प्रसिद्ध हो गया. वैसे यहां तक पहुंचने के लिए लगभग एक से डेढ़ किमी श्रद्धालुओं को पैदल चलना पड़ता है. सड़क नहीं होने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी उठती है. अगर सड़क का निर्माण हो जाए, तो कबूतरी पहाड़ी राज्य में तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद्ध होगा. ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने कबूतरानाथ पहाड़ी तक जाने के लिए सड़क बनाने की मांग की, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुआ. इससे ग्रामीणों व श्रद्धालुओं में नाराजगी है.
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क्या कहते हैं स्थानीय लोग
कुमार पुरुषोत्तम कहते हैं कि तिसरी प्रखंड का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कबूतरानाथ बाबा पर जलाभिषेक करने दूसरे जिले से भी लोग आते हैं. लेकिन, यहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कटीले रास्तों से गुजरना पड़ता है इससे परेशानी होती है. सड़क बना जाये तो यह तीर्थ स्थल झारखंड में अव्वल स्थान रखेगा.
एक अदद सड़क की मांग
यशवंत सिंह ने कहा कि कबूतरानाथ बाबा का दर्शन के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु यहां पैदल पहुंचे हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधि ने सड़क बनाने की बात कही थी, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुई है. यह तिसरीवासियों के लिए दुःख की बात है. कबूतरी पहाड़ी का मनोरम दृश्य देखते ही बनता है. वहीं, प्रकाश विश्वकर्मा ने कहा कि तिसरी के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण ही आज तक कबूतरी पहाड़ी तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं बन पायी है. प्रखंड में कई पुल-पुलिया एवं सड़कें बनी हैं. लेकिन, इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया है. यहां तक रास्ता बन जाए, तो यहां बिहार और झारखंड ही नहीं अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचेंगे. इससे क्षेत्र का विकास होगा.
जल्द होगा सड़क का निर्माण : मुखिया
मुखिया किशोरी साव ने कहा कि कई वर्षों से क्षेत्र के लोग कबूतरी पहाड़ी तक रास्ता बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. सड़क नहीं रहने के कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस बार चाहे मनरेगा या फिर अन्य मद से सड़क बनवायी जायेगी.
रिपोर्ट : अमरदीप सिन्हा, तिसरी, गिरिडीह.