Chorak Benefits: चोरक पहाड़ी इलाके में पाए जाने वाला औषधि पौधा है. आयुर्वेद में इसके बीज, फल, पत्ते और जड़ का सेवन विभिन्न तरह के रोगों को ठीक करने में किया जाता है. इसे चोरू या चोरा नाम से भी जाना जाता है. इसके सेवन से माइग्रेन, दांत का दर्द, बुखार, जुखाम जैसी तमाम समस्याओं से निजात मिलती है. चलिए जानते हैं चोरक के और क्या-क्या फायदे हैं…
चोरक पौधे का इस्तेमाल माइग्रेन और सिर दर्द दूर करने के लिए भी किया जाता है. इसकी जड़ के लेप में नीलगिरी का तेल मिलाकर मालिश करने से माइग्रेन और सिर के दर्द से निजात मिलती है. इसके अलावा थायराइड के दर्द से भी छुटकारा पाने के लिए इसका सेवन किया जाता है.
चोरक पौधे के जड़ को दांत में कुछ देर तक दबाकर रखने से दांत के दर्द से आराम मिलता है. इसके पीछे इसका साइंटिफिक कारण इसकी जड़ में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण होते हैं, जिससे दर्द दूर हो जाता है.
चोरक की जड़ का सेवन गुनगुने पानी के साथ करने से पेट दर्द और कब्ज जैसी समस्याओं से निजात मिलती है. इसके अवाला जिन लोगों को भूख न लगने की समस्या रहती है, उनके लिए ये काफी कारगर साबित होता है. इसके सेवन से भूख बढ़ाने में भी काफी मदद मिलती है. इसके अलावा सीने में जलन की समस्या से राहत पाने के लिए भी लोग इसकी जड़ के चूर्ण को शहद के साथ सेवन करते हैं.
चोरक की जड़ का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार में काफी हद तक मदद मिलती है. इसके अलावा चूर्ण को सूंघने से जुकाम और खांसी की समस्या भी दूर हो जाती है, साथ ही शरीर में खून बढ़ाने के लिए भी ये दवा काफी फायदेमंद होती है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.