छोटी सी रोबोटिक बिल्ली. कान नहीं है, लेकिन बच्चों का चहेता काल्पनिक कार्टून करेक्टर है. 1969 में पहली बार रिलीज हुआ. खास बात है कि असल में डोरेमोन अभी पैदा ही नहीं हुआ है. इसका जन्म असल में वर्ष 2112 में होगा. भारत में डोरेमोन की शुरुआत साल 2005 में हुई थी. जापान सरकार 2012 में डोरेमोन का बर्थडे सेलिब्रेट कर चुकी है. साथ ही इसे कावासाकी शहर की नागरिकता भी मिल चुकी है. डोरेमोन के लेखक फुजीको एफ फुजियो हैं. वह अपनी मैगजीन को नया कलेवर देना चाहते थे. नये करेक्टर की तलाश रहे थे. इसी दौरान एक दिन वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे, इतने में उनके पैर में उनकी बेटी का खिलौना लगा. तभी उन्हें बिल्लियों के लड़ने की आवाज सुनायी दी…. यहां से उन्हें डोरेमोन बनाने की प्रेरणा मिली.
कार्टून शो Ben 10 का पूरा नाम ‘बेन टेनीशॉन’ है. यह कार्टून शो तो पूरे देश में घर-घर लोकप्रिय है. इस शो में बच्चों को इसके फ्यूचरिस्टक कारनामे काफी पसंद हैं. बेन 10 और उसकी घड़ी बच्चों की फेवरेट बन चुकी है. यह घड़ी बेन 10 को अद्भुत ताकतें देती हैं. इसी की वजह से ही वह हर दिन कुछ न कुछ नया करता रहता है.
मोटू और पतलू. बच्चा-बच्चा इन्हें जानता है. कभी कॉमिक्स के पन्नों में दिखने वाले मोटू और पतलू आज टीवी पर धमाल मचाये हुए हैं. सबको खुद गुदगुदाते हैं. इनकी कहानी हमेशा जीत के साथ खत्म होती है. टीवी पर पहली बार 16 अक्टूबर 2012 को यह शो दिखा था. एपी बजाज ने 1969 में द्विभाषी कॉमिक मैगजीन ”लोटपोट” की शुरुआत की थी. इसी लोटपोट मैगजीन से मोटू और पतलू अस्तित्व में आये. मोटू-पतलू, घसीटाराम, डॉ. झटका और अन्य सभी कैरेक्टर्स के ओरिजिनल क्रिएटर कृपा शंकर भारद्वाज थे.
मिकी माउस 15 मई 1928 को पहली बार लोगों के सामने आया था. मिक्की का शुरुआती नाम मॉर्टिमर था. मिकी के हाथ में सिर्फ चार अंगुलियां हैं, क्योंकि वॉल्ट के मुताबिक चूहे के लिए पांच अंगुलियां ज्यादा होती. मिकी ने पहला शब्द बोला था : हॉट डॉग. मिकी के कानों का एंगल 105 डिग्री है. 1978 में हॉलीवुड हॉल ऑफ फेम में जगह बनाने वाला वो पहला कार्टून करेक्टर है. दूसरा विश्व युद्ध के दौरान अलायड फोर्सेज ने नॉरमंडी पर चढ़ाई की तो खुफिया अधिकारियों ने कोड वर्ड के तौर पर मिकी माउस का इस्तेमाल किया था.
छोटा भीम का कैरेक्टर बहुत ही साहसी, बुद्धिमान , बहादुर और हंसमुख है. इसे विरासत में कुछ अलौकिक शक्तियां भी मिली हैं. छोटा भीम को आवाज सोनल कौशल देती हैं. छोटा भीम के को-प्रोड्यूसर और डायरेक्टर राजीव चिल्का हैं.
टॉम और जेरी पहली बार 19 जुलाई 1941 को मिडनाइट स्नैक नाम के एक शो में आये थे. हालांकि, इस शो में इन दोनों का नाम कुछ और था. शुरुआत में रचयिता विलियम हैना और जोसेफ बार्बरा ‘टॉम एंड जेरी’ की इस जोड़ी को ‘जैस्पर और जिंक्स’ के नाम से दुनिया के सामने लेकर आये थे. ‘टॉम एंड जेरी’ के नाम के लिए स्टूडियो में एक प्रतियोगिता हुई थी. कैरेक्टर्स का नाम सुझानेवालों को 50 डॉलर जीतने का मौका था. इसमें एनिमेटर जॉन कार ने बिल्ले के लिए टॉम और चूहे के लिए जेरी नाम सुझाया था.
छोटा भीम टीवी पर पहली बार इसका प्रसारण वर्ष 2008 में हुआ था. इसकी कहानी 2000 वर्ष पहले के भारत के एक गांव ढोलकपुर की है, जहां भीम अपने साहस व बुद्धिमानी से जरूरतमंदों की मदद करता है.