Jharkhand News: हम उनकी मदद करें. जिन्हें हमारी जरूरत है. गर्म कपड़ा बांटकर इस ठंड से गरीबों को ठिठुरने एवं ठंड से मरने से बचाएं. यह मुहिम गुमला जिले में ‘गुमला केयर्स’ के नाम से शुरू होने जा रहा है. इस मुहिम को प्रशासन शुरू कर रहा है. जिसमें गुमला के सक्षम लोगों की मदद से गरीबों के बीच इस ठंड में गर्म कपड़ों को वितरण किया जायेगा. जिला जनसंपर्क कार्यालय, गुमला की ओर से एक सामूहिक पहल की जा रही हैं. ‘गुमला केयर्स’ नाम से शुरू किये जा रहे इस प्रयास के तहत जिले के सभी स्वैच्छिक संगठनों से अपील कर उन्हें एक मंच पर लाते हुए जिले भर में जरूरतमंदों के बीच गर्म कपड़े पहुंचाने के लिए सामूहिक अभियान चलाया जायेगा.
इस मुहिम का हिस्सा बनने की अपील
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि जिले में सक्रिय संगठनों जैसे लायंस क्लब, रोटरी क्लब, चेंबर ऑफ कॉमर्स, व्यापारिक संघों एवं मारवाड़ी युवा मंच जैसे तमाम सामाजिक संगठनों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे स्वैच्छिक रूप से इस नेक मुहिम का हिस्सा बने. इसके अलावा सभी छोटे संगठन, निजी शैक्षिक संस्थान, सरकारी पदाधिकारी गण, कर्मचारी गण, व्यवसायी गण और व्यक्तिगत इच्छुक लोग भी गर्म वस्त्र दान कर सकते हैं.
इस मुहिम में हर कोई जुड़ें
डीपीआरओ संजय कुमार ने बताया कि इसके लिए अगले दो दिनों में जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के निचले तल पर एक नोडल केंद्र बनाया जा रहा है. इच्छुक लोग गर्म टोपी, गरम मोजे, स्वेटर, शॉल, कंबल आदि यथाशक्ति जमा करवा सकते हैं. ऐसे संग्रह केंद्र जिले के कई अन्य हिस्सों में भी खोले जायेंगे. इस प्रकार सामूहिक सहयोग से जो गर्म कपड़ों का बैंक तैयार होगा. उसमें से गर्म कपड़े सहयोगी संगठनों की मदद से जिले के जरूरतमंदों (विशेषकर दूरस्थ इलाकों में) वितरित कराए जाएंगे.
16 नवंबर को संगठनों के साथ बैठक
संजय कुमार ने बताया कि वे इस मुहिम को मूर्त रूप देने के लिए शहर के स्वैच्छिक संगठनों के साथ 16 नवंबर को बैठक करेंगे. बैठक में सभी संगठनों की आम सहमति से विस्तृत रूपरेखा तैयार की जायेगी.
गरीबों के बीच वितरित की ऊनी टोपियां
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी संजय कुमार ने रविवार को सिसई के कुदरा गांव में लगभग डेढ़ दर्जन जरूरतमंद बच्चों व बुजुर्गों के बीच गर्म ऊनी टोपियों का वितरण किये. उन्होंने कहा कि इस अभियान में संख्या बहुत महत्वपूर्ण नहीं है. हर व्यक्ति अगर सिर्फ एक जरूरतमंद व्यक्ति को भी अपने स्तर से मदद करे तो यह अभियान पूरे जिला में एक बड़ी मुहिम का रूप ले सकता है.
रिपोर्ट : जगरनाथ/अंकित, गुमला.