बिहार का मौसम बहुत तेजी से बदल रहा है. राज्य में रात के वक्त ठंड का एहसास होने लगा है. मौसम विभाग की मानें तो राज्य में पछुआ और उत्तरी-पछुआ 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बह रही है. इसकी वजह से प्रदेश में औसतन दो से चार डिग्री सेल्सियस तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. विशेषकर आगामी पांच दिन तक उत्तर-पश्चिम बिहार मसलन चंपारण, सीवान, गोपालगंज इत्यादि जिलों में न्यूनतम तापमान के और नीचे आने के आसार हैं.
आइएमइडी की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर (पूसा) में प्रदेश का सबसे कम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इसी तरह गया में 11.6 और बांका में 11.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. इसके अलावा 15 डिग्री सेल्सियस या इससे कम तापमान वाले जिलों में पटना में 14.4, सबौर में 12, मोतिहारी 12.8, शेखपुरा में 15 , जमुई में 13.9, सीतामढ़ी स्थित पुपरी में 12.2 , औरंगाबाद में 13.9 , बेगूसराय में 14.2, खगड़िया में 14.7 , कटिहार में 14.8, नवादा में 13.6, अररिया में 14.1 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.
राज्य के इन सभी स्थानों पर न्यूनतम तापमान एक से चार डिग्री सेल्सियस तक कम रहा. वहीं इन जगहों पर उच्चतम तापमान भी सामान्य से नीचे दर्ज किया गया है. इस तरह प्रदेश में औसत न्यूनतम तापमान 14 से 16 और और अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है. आइएमडी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर बिहार में अभी उतना प्रभावी नहीं है. नवंबर में अंतिम सप्ताह में उसके असर से पारे में सर्वाधिक कमी आने के आसार हैं.
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राज्य के मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण लोगों के बीमार होने की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसे में डॉक्टर बदलते मौसम को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह देते हैं. ऐसे में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी बीमारी को लेकर लापरवाही नहीं बरते और किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से जरूर सलाह लें.