G-20 Summit: इंडोनेशिया के बाली में कल से जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है. 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन की जोर-शोर से तैयारी चल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. वो सोमवार यानी 14 नवंबर से लेकर 16 नवंबर तक बाली (इंडोनेशिया) का दौरा कर सकते हैं. अपनी बाली यात्रा में पीएम मोदी दुनिया के करीब 10 नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. अपने पूरे दौरे में पीएम मोदी 20 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी सोमवार को बाली के लिए रवाना हो सकते हैं. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी बाली दौरा काफी व्यस्त और सार्थक होगा. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा था कि पीएम मोदी बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के तीन प्रमुख सूत्रों- खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, डिजिटल परिवर्तन और स्वास्थ्य में हिस्सा लेंगे.
इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा: बाली में पीएम मोदी कई और भी मुद्दों पर दुनिया के देशों के साथ चर्चा करेंगे. जी-20 सम्मेलन में पीएम मोदी मोदी दुनिया के नेताओं के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, पर्यावरण, डिजिटल परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बता दें, जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी हिस्सा ले रहे हैं.
रूस की निंदा करेंगे ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक: वहीं, जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक रविवार को ही इंडोनेशिया रवाना हो गये. ऋषि सुनक ने कहा है कि अपनी बाली यात्रा में वो रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सरकार की निंदा करेंगे. बता दें. इंडोनेशिया जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है. भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता करेगा.
रूस नहीं हो रहा शामिल: गौरतलब है कि जी-20 बीस देशों का समूह है. इसके सदस्य देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. बता दें, इस बार जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस हिस्सा नहीं ले रहा है.
भाषा इनपुट के साथ