West Bengal: पश्चिम बंगाल में वन विभाग की टीम को जंगल से सेना के सैकड़ों हेलमेट मिले हैं. पानागढ़ वन विभाग की टीम ने ये हेलमेट बरामद किये हैं. वन विभाग ने हेलमेट को जब्त कर लिया है. पानागढ़ की पुलिस भी जांच में जुट गयी है. पानागढ़ सेना छावनी की खुफिया विभाग भी तहकीकात कर रही है.
पानागढ़ वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि इन पुराने हेलमेट्स को किसने जंगल में फेंका है, उसकी जानकारी उन्हें नहीं है. सूचना मिली थी कि जंगल में काफी संख्या में सेना के पुराने हेलमेट पड़े हैं. इसके बाद वन विभाग की टीम पहुंची और सभी हेलमेट को अपने कब्जे में ले लिया. आज फिर सैकड़ों हेलमेट सड़क किनारे जंगल में मिले.
Also Read: पानागढ़ से फर्जी चिकित्सक को पुलिस ने बस स्टैंड से किया गिरफ्तारवन विभाग का कहना है की इस तरह पर्यावरण एवं वन को दूषित करना उचित नहीं है. साथ ही कहा कि ये हेलमेट अचानक यहां कैसे पहुंच गये, इसकी जांच पुलिस कर रही है. स्थानीय लोगों ने प्रभात खबर को बताया कि सभी हेलमेट पुराने हैं. ये बुलेटप्रूफ हेलमेट लगते हैं. काफी सख्त हैं. अगर उग्रवादियों के हाथ लग गये, तो इसका दुरुपयोग हो सकता है.
बता दें कि पश्चिम बर्दवान जिला के कांकसा थाना अंतर्गत पानागढ़ मिनी बाजार के पास धोवारू स्थित पानागढ़-मोरग्राम सड़क किनारे जंगल में सैकड़ों पुराने हेलमेट मिलने के बाद से इलाके में कौतूहल मच गया. आखिर इतने हेलमेट यहां किसने फेंके? क्यों फेंके? हेलमेट कहां से लाये गये और किसको देने की योजना थी? यहां ये हेलमेट कैसे पहुंचे? इन सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है.
स्थानीय लोगों ने पुराने बुलेटप्रूफ हेलमेट की तस्करी की आशंका जतायी है. यह भी आशंका जाहिर की है कि कहीं ये हेलमेट नक्सलियों को तो नहीं भेजे जा रहे थे. चेकिंग के डर से हेलमेट को यहां फेंककर चले गये. हालांकि, पुलिस और वन विभाग की ओर से इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी है.
रविवार को पानागढ़ सेना छावनी के खुफिया विभाग के लोगों ने पानागढ़ वन विभाग पहुंचकर पुराने हेलमेट की जांच की. घटनास्थल का भी जायजा लिया. इसके बाद फिर सैकड़ों पुराने हेलमेट मिलने के बाद सवाल गहरा गया है. स्थानीय लोगों की मांग है कि जंगल में सेना के पुराने हेलमेट फेंके जाने के मकसद की जांच होनी चाहिए.
रिपोर्ट- मुकेश तिवारी, आसनसोल