पटना जिले में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. लगातार बढ़ रहे डेंगू संक्रमितों की वजह से नगर-निगम और स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं की लगातार पोल खोल रहे हैं. जिले में 24 घंटे के अंदर 128 नये मरीज मिले हैं. इनमें सबसे अधिक पटना के पीएमसीएच में 37, एनएमसीएच में 27 और आइजीआइएमएस में आठ मरीज पाये गये हैं.
पटना के बड़े अस्पतालों के अलावा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल और कुछ निजी अस्पताल व पैथोलॉजल लैब की जांच में 55 मरीज मिले हैं. इनमें 8 बच्चे, 16 किशोर व बाकी युवक व बुजुर्ग शामिल हैं. 24 घंटे में कुल 12 नये मरीज शहर के अलग-अलग अस्पतालों के डेंगू वार्ड में भर्ती किये गये हैं, जबकि 14 लोग स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किये गये हैं. सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार 55 नये मरीजों के साथ डेंगू का आंकड़ा 6324 के पार पहुंच गया है.
पटना में सामने आ रहे डेंगू मरीजों में से 20 से 25 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है. इस सीजन में अब तक लगभग 6500 लॉग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. इनमें से कई मरीज तो स्वस्थ्य हो गए हैं परंतु अभी भी करीब 1200 एक्टिव मरीज हैं. कुल एक्टिव मरीजों में से तीन सौ के करीब मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. वहीं बाकी मरीज घर पर ही अपना उपचार करा रहे हैं.
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डॉक्टरों के मुताबिक डेंगू के अधिकांश मरीज सिर्फ घबराहट के कारण अस्पताल में भर्ती हो गये हैं. डॉक्टरों का कहना है कि बिना जरूरत अस्पताल में भर्ती करने की जिद न करें. घर पर डॉक्टरों की देख रेख में रहना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद है. अस्पतालों में 24 घंटे इमरजेंसी है. पांच दिन में बुखार गिर रहा है. इसके बाद 10 दिन आराम करने की जरूरत है.