Pustak mela 2022 Gandhi maidan: पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लगभग दो साल बाद पुस्तक मेला का आयोजन होने जा रहा है. इसको लेकर सीआरडी पटना पुस्तक मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने कहा कि 26वां सीआरडी पटना पुस्तक मेला का आयोजन गांधी मैदान में आगामी 2 दिसंबर से 13 दिसंबर के बीच किया जाएगा. इस मेले में देशभर के बड़े-बड़े प्रकाशन समूह भाग लेंगे.
सेंटर फॉर रिडरशिप डेवलपमेंट ( सीआरडी) के तत्वावधान में ज्ञान एवं संस्कृति का यह महाकुंभ 2 दिसंबर से लेकर 13 दिसंबर तक पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित किया जाएगा. इस बार मेले में नई किताब कार्यक्रम के तहत देश के मशहूर लेखकों से उनके प्रकाशित पुस्तकों पर परिचर्चा की जाएगी. इसके अलावे शब्द साक्षी कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. इसमें साहित्य-संस्कृति में अनुभवी लेखकों से सीधी बात की जाएगी. जबकि गुफ्तगू कार्यक्रम में देश के नामचीन विद्वान गपशप की शैली में कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे.
रामवचन राय
आलोक धन्वा
अरूण कमल
उषाकिरण खान
हृषिकेश सुलभ
अवधेश प्रीत
विनय कुमार
विनोद अनुपम
गिरिधर झा
इस साहित्यिक और सांस्कृतिक महापर्व का प्रमुख कार्यक्रम जनसंवाद होगा. इसमें देशभर के अनेक प्रमुख कलमकार शामिल होंगे. प्रदेश के बाहर से आने वाले लेखकों, विद्वानों और विषेशज्ञों में जयंती रंगनाथन, सिनीवली शर्मा, राकेश बिहारी, लीना झा, प्रभात रंजन, कुमार सुशांत, अनंत विजय, मनीषा कुलश्रेष्ठ आदि शामिल होंगे.
इसके अलावे बिहार के लेखकों और विद्वानों में अवधेश प्रीत, भावना शेखर, नरेंद्र कुमार, अरूण नारायण, मुसाफिर बैठा, अरविंद पासवान, सीमा संगसार, रमेश ऋतम्भर, शिवदयाल, डॉ. अरूण भगत, समीर परिमल, संजय कुमार कुंदन आदि नामचीन हस्ती कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
पुस्तक मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि मेला आयोजन समिति छात्रों और पढ़ने में रुचि विकसित करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है. इसलिए मेला परिसर में स्कूली बच्चों का यूनिफॉर्म और परिचय पत्र के साथ प्रवेश पूरी तरह से नि:शुल्क रहेगा. इसके अलावे दिव्यांगों के लिए प्रवेश के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लगेगा.
इस बार का पुस्तक मेला खास रहने वाला है. क्यों कि उपरोक्त कार्यक्रम के अलावे लेट्स इंसपायर बिहार के साथ मिलकर प्रत्येक दिन विशेष बातचीत का कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. इसके अलावे स्कूली बच्चों के लिए विविध प्रकार की प्रतियोगिताएं और नुक्कड़ नाटकों का भी प्रदर्शन किया जाएगा. जिससे स्कूली बच्चे ज्ञान की बातें सहजता से सीख सकेंगे.
सीआरडी पटना पुस्तक मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने बताया कि सीआरडी पुस्तक मेला में हर वर्ष साहित्य के लिए विद्यापति पुरस्कार, पत्रकारिता के लिए सुरेंद्र प्रताप सिंह पुरस्कार, रंगकर्म के लिए भिखारी ठाकुर पुरस्कार और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए यक्षिणी पुरस्कार दिया जाएगा. बता दें कि ये सभी पुरस्कार 35 वर्ष या उससे कम उम्र की बिहारी प्रतिभा को ही दिया जाता है, जो देश में कहीं भी काम कर रहे हों. यह कला संस्कृति सम्मान साहित्य और संस्कृति में विशेष योदगान के लिए ही दिया जाता है.