Hemant Soren Speech in Vidhan Sabha: झारखंड विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र में दो अहम बिल को पारित कराने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जोरदार भाषण दिया. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लिया. केंद्रीय जांच एजेंसियों को भाजपा का रिश्तेदार करार दिया. उन्होंने भानु प्रताप शाही पर भी कटाक्ष किये. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ईडी, सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों से डरने वाले नहीं हैं. जेल में रहकर भी विपक्ष का सूपड़ा साफ कर देंगे.
शुक्रवार को विधानसभा के विशेष सत्र में पारित ‘झारखंड स्थानीय व्यक्तियों की परिभाषा, परिणामी सामाजिक संस्कृति एवं अन्य लाभ को ऐसे स्थानीय व्यक्ति तक विस्तारित करने के लिए विधेयक 2022’ पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. यह सदन इसका गवाह बन रहा है. उन्होंने कहा कि 1932 के खतियान की मांग को लेकर कितने लोग शहीद हो गये. लंबी लड़ाई चली.
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मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि आज विपक्ष के सीने पर आदिवासी-मूलवासियों की भावनाओं की कील ठोकी जा रही है. इन्होंने जो भी संशोधन पेश किये हैं, उसका उद्देश्य येन-केन-प्रकारेण मामले को लटकाने का है. उन्होंने कहा कि यह समूह की विचित्र है. हम पिछले 20 वर्षों से देख रहे हैं कि एक वस्तु की तरह राज्य का इस्तेमाल हुआ है. इन्होंने सिर्फ गंदगी फैलायी है. हमारी सरकार ने उस गंदगी को साफ किया है.
हेमंत सोरेन ने दावा किया कि उनकी सरकार राज्य को आगे ले जा रही है. कोरोना जैसी महामारी हो या सुखाड़ की स्थिति. उनकी सरकार ने पूरी दक्षता के साथ उससे निबटा. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी जब राजनीतिक रूप से उनका मुकाबला नहीं कर पाती है, तो दूसरे रास्ते से उन्हें परेशान करना शुरू कर देती है. वह इनके षड्यंत्रों से घबराने वाले नहीं हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ हो जायेगा. ये वोट मांगने की स्थिति में नहीं रहेंगे. आज इनका उतावलापन बता रहा है कि ये राजनीतिक रूप से किस कदर घबराये हुए हैं. श्री सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने बीपीएल परिवारों को बीडीओ, सीओ, कलेक्टर बनाया. आज ये खबरें अखबारों की सुर्खियां बनती हैं. ये लोग संवैधानिक पदों पर बैठकर असंवैधानिक और गैरकानूनी काम करते हैं. इनके पास न नेता हैं, न मुद्दा है. नेताविहीन दल का क्या हाल हो सकता है, आप जान सकते हैं.
हेमंत सोरेन ने सदन के पटल पर कहा कि आज बाबूलाल मरांडी गला फाड़ रहे हैं. इन लोगों ने मधु कोड़ा को बर्बाद कर दिया. अर्जुन मुंडा को बर्बाद कर दिया. अब इनकी बारी है. श्री सोरेन ने कहा कि जब एक आदिवासी नौजवान यहां खूंटा गाड़कर खड़ा है, तो इनकी घबराहट को हम समझ सकते हैं. इनकी घबराहट आज की नहीं है. ऐसे सामंती विचार वाले लोगों को जवाब देने के लिए हम तैयार हैं.
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मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि इन्हें गांवों में लोग घुसने भी नहीं देंगे. ये लोग 1932 की जगह 1985 को स्थानीयता का आधार बनाते हैं. यहां के लोगों के साथ-साथ कर्मचारियों का भी इन्होंने शोषण किया है. वे अनुबंधकर्मी हों या रेग्युलर रिक्रूट हुए पदाधिकारी. आज उनकी सरकार ने देश का इतिहास बनाते हुए पुरानी पेंशन योजना को लागू किया है. यहां विदेश से पढ़कर आये नेता हैं. फाइव स्टार होटल से खाना मंगाते हैं और आदिवासी, दलित के घर में बैठकर उसे खाते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके मुखिया, जो देश के प्रधानमंत्री हैं, फोन करके धमकी देने लगे हैं. क्या स्थिति हो गयी है देश की? रेपिस्ट को माला पहनाकर जेल से छुड़वा देते हैं. दूसरे राज्यों में जो रेप करने वाले लोग हैं, भारतीय जनता पार्टी के लोग उसका समर्थन करते हैं. यहां दुमका की बच्ची के साथ हादसा होता है, तो लोग हवाई जहाज से यहां आ जाते हैं. हत्यारे, लुटेरे और मॉब लिंचिंग करने वालों को ये लोग माला पहनाते हैं. ये क्या सामाजिक समरसता बनायेंगे देश में.
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हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यकों को हमेशा संघर्ष करना पड़ा है. वर्तमान सरकार बहुसंख्यक आदिवासी, दलित, पिछड़ों को इतना मजबूत करेगी कि लोग ऐसे सामंती विचारधारा वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि ये लोग मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा के नाम पर वोट मांगते हैं. हम लोगों का पेट भरकर, उन्हें स्वरोजगार देकर, उनके पैर पकड़कर वोट मांगते हैं.
इनके बड़े-बड़े व्यापारी देश को लूटकर विदेशों में बस जाते हैं. देश में छोटे-मोटे कारोबार करने वाले लोग, किसान कर्जा नहीं चुका पाते, तो उन्हें जेल भेज देते हैं. राज्य में सीएनटी, एसपीटी और 1932 का जो विषय रहा है, शिबू सोरेन के नेतृत्व में राज्य मिला, उनके सुपुत्र हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 1932 का खतियान दिया जा रहा है. 27 फीसदी आरक्षण का कानून फिर से बहाल किया जा रहा है. यह साधारण चीज नहीं है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 11 नवंबर का कनेक्शन भी बताया. उन्होंने कहा कि पिछले साल इसी तारीख को हमने सरना कोड पास किया था. आज 11 नवंबर को ही 1932 का खतियान और ओबीसी को आरक्षण का अधिकार देने संबंधी बिल पास किया. उन्होंने बताया कि 11-11-1908 को ही छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट (सीएनटी) लागू हुआ था. आज का दिन संयोग नहीं है. बहुत ही शुभ है. स्वर्णाक्षरों में इस दिन को लिखा जायेगा.
श्री सोरेन ने कहा कि विपक्षी दलों के राजनीतिक हाशिये पर जाने का काउंटडाउन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि हम जेल में भी रहकर आपका सूपड़ा साफ कर देंगे. सीबीआई, ईडी से हम डरने वाले नहीं हैं. विपक्ष की ओर से किसी सदस्य ने कुछ कहा, तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया- ‘ईश्वर इनकी जेब में रहते हैं.’