भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की. मानगो के थाना प्रभारी राजीव रंजन (इंस्पेक्टर) को 25 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया है. एसीबी ने सुबह करीब 11 बजे थाना प्रभारी को उनके कक्ष से ही गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद थानेदार को एसीबी की टीम सोनारी थाना ले गयी, जहां उनसे पूछताछ की गयी. शिकायतकर्ता यूथ इंटक के प्रदेश सचिव बलदेव सिंह (मानगो दाईगुट्टू निवासी) के बयान पर इंस्पेक्टर राजीव रंजन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इंस्पेक्टर राजीव रंजन को निलंबित कर दिया गया है.
यह है मामला : बलदेव सिंह ने बताया कि गत पांच नवंबर को वह बागबेड़ा से कार से घर लौट रहे थे. इसी दौरान मानगो चौक के पास बाइक सवार युवकों द्वारा कार को बार-बार ओवरटेक किया जा रहा था. बाइक सवार से ओवरटेक करने की वजह पूछी, तो उससे विवाद हो गया और मानगो चौक पर मारपीट हो गयी. विवाद में शाकिर अंसारी जख्मी हो गये.
उन्होंने मानगो थाना में मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. हालांकि, बुधवार को समझौते के आधार पर मुझे कोर्ट से जमानत भी मिल गयी. बावजूद इसके मानगो थाना प्रभारी 50 हजार की मांग कर रहे थे. जेल भेजने की धमकी दी जा रही थी. इसके बाद मामले की शिकायत एसीबी से की. एसीबी की टीम ने जांच में मामला सही पाये जाने पर गुरुवार को इंंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार मानगो थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर राजीव रंजन पैरवी के जरिए खुद को बीमार बता एमजीएम अस्पताल में कैदी वार्ड में भर्ती हो गये. उनका बीपी बढ़ गया था. जानकारी मिलने पर डीएसपी सह थाना प्रभारी एसीबी विजय महतो एमजीएम अस्पताल पहुंचे. डॉक्टर ने उन्हें बताया कि इंस्पेक्टर राजीव रंजन बीमार हैं. इसके बाद उन्हें एमजीएम अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया. लेकिन जब कैदी वार्ड में अपराधियों को देखा, तो वह जेल भेजने की विनती करने लगे. फिलहाल एमजीएम में इलाज चल रहा है.
मानगो दाईगुट्टू निवासी बलदेव सिंह के बयान पर इंस्पेक्टर राजीव रंजन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पूछताछ के बाद उनका मेडिकल कराया गया है.
विजय महतो, डीएसपी, एसीबी
एसीबी एसपी: 9431108671, एसीबी डीएसपी सह थाना प्रभारी: 9470590455,9939584888.